रांची: झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से राज्य में मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 11 फरवरी से शुरू की गईं. राज्य में कदाचार मुक्त परीक्षा आयोजित हुई. एक, दो परीक्षा केंद्रों को छोड़ दें तो कहीं से भी निष्कासन की सूचना नहीं मिली. 28 फरवरी को मैट्रिक में संस्कृत विषय की परीक्षाएं आयोजित हुईं.
शुरू होगी मूल्यांकन की प्रक्रिया
वहीं, इंटरमीडिएट, आइ एससी में बायोलॉजी, आइ ए के लिए ज्योग्राफी और आइ कॉम के लिए बिजनेस मैथमेटिक्स की परीक्षा आयोजित हुई. मैट्रिक और इंटर की परीक्षाएं 28 फरवरी को समाप्त हो गईं. अब झारखंड एकेडमिक काउंसिल उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन की प्रक्रिया शुरू करेगी.
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मैट्रिक के लिए राज्य भर में 951 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे
11 फरवरी से 28 फरवरी तक संचालित हुई मैट्रिक परीक्षा को लेकर राज्य भर में 951 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. 471 परीक्षा केंद्रों पर इंटरमीडिएट की परीक्षाएं आयोजित हुईं. इस वर्ष मैट्रिक में कुल 3 लाख 87 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए. इंटरमीडिएट में 2,34, 363 परीक्षार्थी शामिल हुए.
11 फरवरी से 28 फरवरी तक चली परीक्षा
बता दें कि 27 जनवरी से ही प्रैक्टिकल की परीक्षा संचालित हुई और यह परीक्षा 8 फरवरी तक समाप्त हुई थी. वहीं 11 फरवरी से 28 फरवरी तक इंटर- मैट्रिक की परीक्षा ली गई. राजधानी रांची समेत राज्य के तमाम परीक्षा केंद्र पर कदाचार मुक्त परीक्षा आयोजित हुई. कुछ परीक्षा केंद्रों को छोड़ दे तो कहीं से भी गड़बड़ियां सामने नहीं आई हैं.
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शांतिपूर्ण परीक्षा
रांची की बात करें तो मैट्रिक में कुल 87 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी है. मैट्रिक में 324 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. इंटरमीडिएट के तीनों संकाय में कुल 47 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए.