रांची: राजधानी रांची में नक्सलियों के लिए कूरियर का काम वाले एक शख्स को पुलिस ने धर दबोचा है. गिरफ्तार सुरेंद्र उर्फ आर्यन के पास से पुलिस ने तीसरी अदालत संगठन का लेटर पैड के साथ-साथ माओवादियों के वसूली किए जाने वाले रसीद और लेटर पैड भी बरामद किया है.
बरामद नक्सल पोस्टर और लेटर पैड बरामद नामकुम में वसूली की थी योजनारांची के ग्रामीण इलाकों में नक्सलियों के लिए पैसों की उगाही करने वाले सुरेंद्र उर्फ आर्यन को पुलिस ने भारी मात्रा में नक्सल पोस्टर और रसीद के साथ गिरफ्तार किया है. सुरेंद्र रांची के गोंडा थाना क्षेत्र स्थित एक किराए के मकान में रहा करता था. रांची के रिहायशी इलाके में रहकर आर्यन नक्सलियों के लिए कूरियर बॉय का काम किया करता था. नामकुम थाना प्रभारी प्रवीण कुमार को सूचना मिली थी कि नामकुम रिंग रोड के पास एक युवक हाथ में बैग लिए संदिग्ध अवस्था में घूम रहा है. इसकी सूचना पर पुलिस की टीम ने जब आर्यन को हिरासत में लिया और उसकी तलाशी ली तो उसके पास से कई संगठनों के लेटर पैड और रसीद बरामद हुए.
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तीसरी अदालत और भाकपा माओवादी के नाम पर वसूली
रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि गिरफ्तार आर्यन नक्सलियों के कूरियर बॉय के तौर पर काम करता. वह गुमला के कामडारा इलाके का रहने वाला है. लेकिन रांची में गोंदा थाना क्षेत्र में किराए के मकान में रहा करता था. आर्यन के पास से तीसरी अदालत और भाकपा माओवादी जैसे संगठनों के लेटर पैड और रसीद मिले हैं. नक्सली आर्यन को लेवी की रकम मांगने और फिर उसे वसूल कर संगठन तक पहुंचाने की जिम्मेवारी देते थे. पूछताछ में आर्यन ने कई और खुलासे किए हैं जिस की तफ्तीश पुलिस कर रही है.
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गोलीबारी की वारदात में था शामिल
रांची के नामकुम थाना क्षेत्र में ही 13 जून की रात दिलीप सोरेन नाम के व्यक्ति को आर्यन ने मामूली सी बात पर गोली मार दी थी. इस गोलीबारी में दिलीप घायल हो गया था. गोलीबारी मामले में भी नामकुम पुलिस कई दिनों से आर्यन की तलाश कर रही थी. हालांकि, अभी तक पुलिस आर्यन के पास मौजूद हथियार बरामद नहीं कर पाई है.