रांची: राजधानी में मंगलवार को वामदलों ने संयुक्त रूप से अल्बर्ट एक्का चौक से राजभवन तक विरोध मार्च निकाला. राज्य में बढ़ रही मॉब लिंचिंग की घटना, लॉ एंड ऑर्डर में गिरावट, भूख से मौत, कृषि संकट, जमीन की लूट एवं विस्थापन और पानी की समस्या को लेकर उन्होंने विरोध प्रकट किया.
मॉब लिंचिंग को लेकर वामदलों ने दी चेतावनी, कहा- जनसमस्याओं पर सरकार फेल
मंगलवार को वामदलों ने संयुक्त रूप से अल्बर्ट एक्का चौक से राजभवन तक विरोध मार्च निकाला. इस विरोध मार्च में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, सीपीआई(एम), सीपीआई (एमएल) और मासस के कई कार्यकर्ता व नेता मौजूद रहे. विरोध मार्च अल्बर्ट एक्का चौक से होकर कचहरी होते हुए राजभवन तक पहुंचा. झारखंड वाम दल के नेताओं ने राज्य से जुड़ी समस्याओं को लेकर 10 सूत्री मांग राज्यपाल को सौंपा.
इस विरोध मार्च में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, सीपीआई(एम), सीपीआई (एमएल) और मासस के कई कार्यकर्ता व नेता मौजूद रहे. विरोध मार्च अल्बर्ट एक्का चौक से होकर कचहरी होते हुए राजभवन तक पहुंचा. झारखंड वाम दल के नेताओं ने राज्य से जुड़ी समस्याओं को लेकर 10 सूत्री मांग राज्यपाल को सौंपा. मौके पर मौजूद भाकपा के राज्य सचिव भुवनेश्वर मेहता ने कहा कि महामहिम राज्यपाल से हम इस मार्च के माध्यम से मांग करते हैं कि राज्य में बढ़ती महंगाई और किसान की समस्याओं पर सरकार का ध्यान आकृष्ट करें.
विरोध मार्च में शामिल सीपीआई के नेता महेंद्र पाठक ने बताया कि सरकार जन समस्या के मुद्दे पर हर जगह फेल हो चुकी है. राज्य की जनता को पानी और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं भी सरकार की तरफ से मुहैया नहीं कराई जा रही है. जिसको लेकर वाम दल के सभी पार्टियों ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए सरकार को चेतावनी दी.