झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / city

माले नेता राजकुमार यादव ने बाबूलाल मरांडी को बताया अवसरवादी, कहा- रद्द होनी चाहिए सदस्यता - बाबूलाल मरांडी

धनवार के पूर्व विधायक सह भाकपा माले नेता राजकुमार यादव ने बाबूलाल मरांडी पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने बाबूलाल की विधायकी रद्द करने की मांग की है. इसे लेकर विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखने की भी बात कही है.

left front leaders Rajkumar Yadav, Babulal Marandi, JVM, माले नेता राजकुमार यादव, बाबूलाल मरांडी, जेवीएम
माले नेता राजकुमार यादव और बाबूलाल मरांडी

By

Published : Mar 5, 2020, 10:13 PM IST

गिरिडीह: धनवार के पूर्व विधायक सह भाकपा माले नेता राजकुमार यादव ने राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की विधायकी को रद्द करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव 2019 में राज्य की जनता ने भाजपा के खिलाफ मतदान किया. धनवार की जनता ने भाजपा के खिलाफ वोट डाला था. चुनाव जीतने के बाद जिस तरह बाबूलाल मरांडी ने अपनी पार्टी जेवीएम का विलय भाजपा में किया है, वह दल बदल का मामला बनता है.

देखें पूरी खबर

विधानसभा अध्यक्ष को पत्र भी लिखेंगे

माले नेता राजकुमार यादव ने कहा कि बाबूलाल के खिलाफ दसवीं अनुसूची दल बदल कानून लागू होता है. ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष को इनकी सदस्यता रद्द कर देनी चाहिए. पूर्व विधायक ने कहा कि वह इस मामले को लेकर विधानसभा अध्यक्ष को एक पत्र भी लिखेंगे. वे पत्र खुद ही अध्यक्ष को सौंपेंगे.

ये भी पढ़ें-राज्यसभा चुनाव: शिबू सोरेन होंगे महागठबंधन के उम्मीदवार, दूसरे सीट पर मंथन जारी

हिम्मत है तो फिर से लड़ें चुनाव
उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी के पास हिम्मत है तो विधायक के पद से इस्तीफा देकर फिर चुनावी मैदान में कूदें. बाबूलाल ने धनवार की जनता को भी धोखा दिया है.

ये भी पढ़ें-टीपीसी एरिया कमांडर समेत 5 लुटेरे गिरफ्तार, बड़ी घटना को अंजाम देने का बना रहे थे प्लान

भाजपा की बी टीम ही थी जेवीएम
राजकुमार ने कहा कि बाबूलाल मरांडी हमेशा ही भाजपा की बी टीम के खिलाड़ी रहे हैं. उनकी पार्टी जेवीएम भाजपा बी टीम की तरह काम करती रही थी. इसके बावजूद लोगों ने पूरे विश्वास के साथ बाबूलाल मरांडी को मत दिया. जीतने के बाद जिस तरह बाबूलाल बदले उससे जनता का विश्वास राजनीतिज्ञों से उठता जाएगा. उन्होंने कहा कि बाबूलाल के खिलाफ सदन में भी भाकपा माले आवाज उठाएगी. इसके बाद भी सदस्यता रद्द नहीं की गई तो भाकपा माले आंदोलन करने को बाध्य होगी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details