लातेहार: लातेहार का सदर अस्पताल अपने कमियों को लेकर बदनाम है, लेकिन इसी अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में कमजोर और नवजात बच्चों को मुफ्त में बड़े अस्पतालों जैसी सुविधा मिल रही है. जिससे नवजात बच्चों की जिंदगी बच रही है. वहीं गरीब परिवार के लोगों को बच्चों के इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ रहा है.
अबतक 900 बच्चों का किया गया इलाज
दरअसल, लातेहार सदर अस्पताल में 1 साल पहले एसएनसीयू वार्ड की स्थापना की गई थी. इस वार्ड में खास कर उन बच्चों को रखा जाता है जो जन्म लेने के बाद किसी बीमारी से पीड़ित हो जाते हैं या फिर कमजोर होते हैं. ऐसे बच्चों को इस वार्ड में बड़े अस्पतालों के तर्ज पर चिकित्सीय सुविधा प्रदान की जाती है. अस्पताल के इस वार्ड में कुल 16 बेड लगाए गए हैं. वहीं इस वार्ड के लिए 8 नर्सों को प्रतिनियुक्त किया गया है. यह नर्स 24 घंटे बच्चों की देखभाल करते हैं. इस बात में अब तक लगभग 900 बच्चों का इलाज किया जा चुका है.
एसएनसीयू वार्ड में प्रतिनियुक्त नर्स नीलम टोप्पो ने बताया कि इस वार्ड में उन बच्चों को रखते हैं जिन्हें जन्म के साथ ही कुछ परेशानी होती है. वार्ड में बच्चों को 15 दिनों तक मुफ्त में इलाज किया जाता है. जरूरत के अनुसार इलाज की अवधि और भी बढ़ाई जाती है.
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नवजात बच्चों को मुफ्त में इलाज
इधर, इस वार्ड के कारण वैसे गरीब परिवार जो बड़े अस्पतालों में जाकर अपने बच्चों का इलाज कराने में सक्षम नहीं थे, वैसे परिवारों को काफी राहत मिली है. लातेहार के गारू प्रखंड से आई महिला सीमा देवी ने कहा कि इस वार्ड में उनके बच्चों का बेहतर इलाज हो रहा यहां कोई पैसा भी नहीं लग रहा है. इस संबंध में सीएस डॉ एसपी शर्मा ने कहा कि यहां सभी नवजात बच्चों का इलाज मुफ्त किया जाता है. इलाज के बाद उस बच्चे पर सहिया के माध्यम से नजर रखी जाती है और यदि फिर जरूरत पड़ा तो हो बच्चे को इसी वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जाता है.