रांचीः मानसून सत्र के अंतिम दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही मुख्य विपक्षी दल बीजेपी के विधायक वेल में आ गए और हंगामा करने लगे. विधायकों ने कहा कि सरकार ने जानबूझकर हाई कोर्ट में सही तरीके से अपना पक्ष नहीं रखा. यही वजह है कि हाई स्कूल के शिक्षकों की नियुक्ति रद्द हो गई.
कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी विधायक बिरंची नारायण ने पुलिस लाइन स्थित गेस्ट हाउस में सामूहिक दुष्कर्म के मामले को गंभीर बताते हुए कार्य स्थगन लाकर विशेष चर्चा की मांग की. जिसे स्पीकर ने यह कहते हुए अमान्य करार दिया कि इस पर दूसरी पाली में अपनी बात रख सकते हैं. हंगामा बढ़ता देख संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि दुष्कर्म की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और इस मामले पर सरकार गंभीर है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने भी डीजीपी को इस मामले पर तलब किया था. उन्होंने विस्तार से सरकार का पक्ष रखने के लिए समय मांगा. इस बीच बीजेपी विधायक वेल में आकर अपना विरोध जताते रहे.