रांची: क्या आपको पता है कि राजधानी रांची में आपकी निगरानी तीसरी आंख यानी CCTV कैमरे से हो रही है. यह तीसरी आंख सरकार का सिस्टम है जो हर चौक चौराहे पर लगा है. ये CCTV कैमरे से कंट्रोल रूम से जुड़े होते हैं जहां लोगों की हर गतिविधि की जानकारी पहुंचती है. चाहे कोई बेतरतीब गाड़ी चला रहा हो या फिर किसी को आपात स्थिति में मदद की जरूरत हो. एक ही छत के नीचे सब पता चल जाता है.
क्या है C4
C4 का पूरा नाम कमांड कंट्रोल एंड कम्युनिकेशन सेंटर है. यह देशभर के अधिकांश स्मार्ट सिटी सेंटर में तैयार किया गया है. राजधानी रांची में भी धुर्वा के स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन द्वारा C4 संचालित किया जा रहा है. इसके जरिए राजधानी की कई गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है.
C4 को जानकर हैरान हुए स्कूली बच्चे
आजादी के 75 वर्ष पूरे होने की खुशी में देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. इसके तहत स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन 1 से 3 अक्टूबर तक कमांड कंट्रोल एंड कम्युनिकेशन सेंटर के कामकाज की जानकारी लोगों को दे रहा है. पहले दिन कई स्कूलों के बच्चों ने इसके बारे में जानकारी ली. C4 के फंक्शन और इसके लाभ से बच्चे अवगत हुए. इस अवसर पर बच्चों ने जानकारी पाकर इसकी जमकर सराहना भी की.
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ऐसे काम करता है कमांड कंट्रोल एंड कम्युनिकेशन सेंटर
C4 में आईटीएमएस यानी इंटेलिजेंट ट्रैफिक मॉनेटरिंग सिस्टम काम कर रहा है. जिसके अंतर्गत एटीसीएस यानी एडोप्टेड ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम से बिना किसी पुलिस बल के ग्रीन कॉरिडोर बनाया जा सकता है. यह सेवा इंमरजेंसी स्थिति में अपनाई जा सकती है, जो आम तौर पर हॉस्पिटल से एयरपोर्ट तक किसी मरीज को भेजने के लिए तैयार किया जाता है. इससे किसी भी पुलिसबल की तैनाती चौक चौराहों पर करने की जरूरत नहीं होगी.
इसके अलावा ट्रैफिक सिस्टम को मॉनिटर करने के लिए मॉड्यूल लगाया गया है. जिसके तहत रेड लाइट उल्लंघन, हेलमेट नहीं पहनने पर नियम का उल्लंघन को कंट्रोल रूम में बैठे- बैठे चिन्हित किया जा सकता है. इसके अलावे रांची के 50 स्थानों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम है जिसके जरिए रांची शहर में एक साथ कोई मैसेज को घोषित किया जा सकता है. इमरजेंसी कॉल बॉक्स सिस्टम से किसी भी आपात स्थिति में आम नागरिक फोन पर जानकारी ले सकता है. कंट्रोल रूम के माध्यम से उसे चिकित्सा स्वास्थ्य, लोकेशन, पुलिस सहायता आदि के बारे में जानकारी मिल सकती है. यह राजधानी के चौक चौराहों पर लगे कॉल बॉक्स सिस्टम के माध्यम से मिल सकता है. राजधानी में यह 50 स्थानों पर लगा हुआ है.