रांची: इलेक्शन मोड में आए झारखंड में एक तरफ जहां टिकट की दावेदारी के बीच नेताओं का दल बदल जारी है. वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में बीजेपी के 'वट वृक्ष' के रूप में मशहूर कड़िया मुंडा के बेटे का झारखंड मुक्ति मोर्चा में जाना सत्तारूढ़ भाजपा के लिए एक सेटबैक हो सकता है.
लोकसभा चुनावों में 8 बार खूंटी का प्रतिनिधित्व कर चुके कड़िया मुंडा अपनी सादगी और ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं. इसके साथ ही जनसंघ के काल से भगवा दल से जुड़े मुंडा को पिछले लोकसभा चुनाव में पार्टी ने टिकट नहीं दिया, हालांकि उन्होंने जमकर खूंटी से बीजेपी के उम्मीदवार अर्जुन मुंडा के लिए प्रचार किया था. अंदरूनी सूत्रों की माने तो कड़िया मुंडा के बेटे अमरनाथ मुंडा खूंटी से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन उन्हें बीजेपी ने मौका नहीं दिया.
बीजेपी के लिए गलत मैसेज प्रचारित!
दरअसल खूंटी से राज्य के मौजूदा ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा बीजेपी के उम्मीदवार है. वहीं पार्टी ने तोरपा में भी दूसरा उम्मीदवार खड़ा किया है. नाम नहीं लिखने की शर्त पर पार्टी के वरिष्ठ नेता कहते हैं कि कड़िया मुंडा जैसे दिग्गज नेता के बेटे का प्रमुख विपक्षी दल में शामिल होना बीजेपी के लिए गलत मैसेज प्रचारित करेगा. उनका दावा है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा में जाकर बीजेपी के खिलाफ अमरनाथ मुंडा का प्रचार कहीं न कहीं पार्टी के लिए प्रतिकूल स्थिति उत्पन्न कर सकता है.