रांची: आगामी लोकसभा चुनाव में सोशल मीडिया एक महत्वपूर्ण हथियार के रूप में राजनीतिक दलों द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है. इसकी बानगी मंगलवार को देखने को मिली जब झारखंड विकास मोर्चा के एक फेसबुक पेज पर कथित तौर पर भारत सरकार और सी वोटर के एक सर्वे का हवाला दे दिया गया.
हटाया गया पोस्ट
उस सर्वे में झाविमो सुप्रीमो को कोडरमा में सबसे पसंद किया जाने वाला व्यक्ति बताया गया. जबकि हैरत की बात यह है कि न तो भारत सरकार ने ऐसा कोई सर्वे किया है और न सरकार ऐसा कोई सर्वे करती है.
कोई भी टिप्पणी करने से इनकार
हालांकि, ईटीवी भारत पर इसे दिखाए जाने के बाद इस फेसबुक पेज से उस पोस्ट को गुपचुप तरीके से हटा लिया गया है. अब वो फेसबुक पेज अंतिम तौर पर आठ अप्रैल को अपडेटेड दिख रहा है. इस बाबत जब झारखंड विकास मोर्चा के नेताओं से संपर्क किया गया तो उन्होंने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
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चुनाव आयोग काफी गंभीर
दरअसल, चुनाव आचार संहिता को लेकर चुनाव आयोग काफी गंभीर है. ऐसे में झाविमो का यह पोस्ट उसके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता था. महागठबंधन के घटक दल के रूप में झाविमो गोड्डा और कोडरमा सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहा है. कोडरमा से जहां मरांडी खुद उम्मीदवार हैं, वहीं गोड्डा संसदीय सीट से पार्टी के केंद्रीय महासचिव प्रदीप यादव चुनाव लड़ रहे हैं.