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झारखंड विधानसभा चुनाव 2019: JMM कार्यकारिणी की बैठक खत्म, 42 सीटों पर लड़ेगी पार्टी - झारखंड विधानसभा चुनाव 2019

झारखंड के चुनावी समर में तमाम राजनीतिक पार्टियां रेस है. पार्टी मुख्यालयों में बैठकों का दौर जारी है. इसी कड़ी में जेएमएम के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन की अध्यक्षता में कार्यकारिणी की बैठक आयोजित हुई. बैठक के बाद कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि लगातार कांग्रेस, आरजेडी के साथ बात चल रही है.

बैठक के बाद जेएमएम नेता

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Published : Nov 6, 2019, 7:05 PM IST

रांची: जेएमएम की कार्यकारिणी की बैठक समाप्त हो गई. यह बैठक जेएमएम के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन की अध्यक्षता में हुई. जिसमें कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन, वरीय नेता चंपई सोरेन, हाजी हुसैन अंसारी के आलावा झारखंड मुक्ति मोर्चा के कई दिग्गज नेता शामिल हुए. इस दौरान विशेष रूप से महागठबंधन और सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा की गई.

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8 नवंबर को जारी होगी JMM की पहली सूची
बैठक के बाद जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि सीट शेयरिंग और महागठबंधन को लेकर अभी और इंतजार करना पड़ेगा. एक दिन के बाद स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी. जेएमएम 8 नवंबर को अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर देगी. इस मौके पर हेमंत सोरेन ने यह भी कहा कि आज हरी सब्जियों के अलावे प्याज की महंगाई से गरीब परेशान है जो बीजेपी सरकार की ही देन है. इस महंगाई के खिलाफ पूरे प्रदेश में जेएमएम आम लोगों के बीच जाएगी और इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाएगी.

42 सीटों पर चुनाव लड़ेगी JMM
जेएमएम ने यह निर्णय लिया है कि इस विधानसभा चुनाव में पार्टी 42 सीट से ऊपर सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं नेतृत्व के सवाल पर जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बिना पायलट के जहाज नहीं चल सकता है. इसलिए पायलट कौन होगा इसका पता भी चल चल जाएगा. जेवीएम से लगातार संपर्क साधा जा रहा है और बाबूलाल मरांडी से मिलने के लिए समय भी मांगा जा रहा है. लेकिन जेवीएम टालमटोल कर रही है, अब चुनावी समर है तो आने वाला समय बताएगा कि जेएमएम किन-किन पार्टियों के साथ गठबंधन कर इस चुनावी मैदान में जाएगा.

विधायक की खरीद बिक्री कर रही बीजेपी
कार्यकारिणी की बैठक के बाद प्रेस वार्ता के दौरान हेमंत सोरेन ने कहा कि व्यापारियों के पार्टी बीजेपी पहले सामान की खरीद बिक्री करते थे. अब विधायक और इंसानों की खरीद बिक्री में लगे हैं. सरकार बनने के बाद ही इस पार्टी का इस तरह का चरित्र रहा है ऐसे में आने वाले समय में क्या होगा यह बताना मुश्किल है हालांकि चुनाव के दौरान तमाम पार्टियों के नेता और कार्यकर्ता आपस में एक दूसरे के संपर्क में जरूर रहते हैं.

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