रांचीःझारखंड में पंचायत चुनाव को लेकर 9 अप्रैल से आदर्श आचार संहिता लागू है. पंचायत चुनाव की घोषणा होते ही राज्य में केंद्रीय मंत्रियों का आना शुरू हो गया है. झामुमो, कांग्रेस और राजद को लगाता है कि बीजेपी पंचायत चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है. चुनाव प्रभावित नहीं हो, इसे लेकर शनिवार को जेएमएम, कांग्रेस और राजद के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने राज्य निर्वाचन आयुक्त के सचिव से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा.
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प्रतिनिधिमंडल में झामुमो के सुप्रियो भट्टाचार्या, विनोद पांडे, कांग्रेस के राजीव रंजन और राजद के से विनोद भोक्ता शामिल थे. इन लोगों ने राज्य निर्वाचन आयोग पहुंचकर राज्य निर्वाचन आयुक्त के सचिव राधेश्याम से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से केंद्रीय मंत्रियों के दौरे पर रोक लगाने की मांग की है. ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि राज्य के 19 जिलों में बीजेपी का कार्यक्रम और समीक्षा बैठक आयोजित की जा रही है, जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है. उन्होंने इस कार्यक्रम पर रोक लगाने के साथ साथ कानूनी कार्रवाई की मांग भी की है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य विनोद पांडे और सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि लोकतंत्र की बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. लेकिन बीजेपी और उसके केंद्रीय मंत्री दलीय आधार पर नहीं होने वाले चुनाव को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बीजेपी के केंद्रीय मंत्री जिलों में जाकर दो दिवसीय प्रवास करते हुए सरकारी योजनाओं की समीक्षा और एनजीओ के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर रहे हैं. इससे साफ है कि बीजेपी पंचायत चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है.
झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि पंचायत चुनाव दलीय आधार पर नहीं हो रहे है. लेकिन बीजेपी की पंचायत चुनाव को खंडित करना है. उन्होंने कहा कि राज्य की जनता बीजेपी को नकार चुकी है. इसके बावजूद बीजेपी के केंद्रीय नेता पंचायत चुनाव के मद्देनजर लगातार दौरा कर रहे हैं. इसलिए उन्होंने राज्य निर्वाचन आयुक्त से मांग की है कि केंद्रीय मंत्रियों के दौरे पर रोक लगाई जाए.