रांची: प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा 19 अक्टूबर को राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में बदलाव महारैली आयोजित करने जा रहा है. पार्टी के केंद्रीय महासचिव विनोद कुमार पांडे ने गुरुवार को बताया कि रैली में मौजूदा सरकार की कथित मूलवासी और आदिवासी विरोधी मानसिकता और गलत नीतियों के विरोध में लोग इकट्ठे होंगे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों के हितों की अनदेखी कर पूंजीपति वर्ग के हाथों की कठपुतली के रूप में काम कर रही है.
JMM का रघुवर सरकार पर हमला, कहा- आदिवासी विरोधी है मानसिकता
जेएमएम ने भाजपा निशाना साधते हुए कहा कि रघुवर सरकार की मानसिकता आदिवासी विरोधी है. इसको लेकर गुरुवार को बदलाव महारैली निकालकर सरकार की गलत नीतियों का पार्टी विरोध करेगी.
झामुमो के केंद्रीय महासचिव ने कहा कि रोजगार नहीं मिलने के कारण राज्य के युवाओं में पलायन वादी संस्कृति और आत्महत्या की प्रवृत्ति बढ़ रही है. इसके साथ ही सरकार की कथित गलत नीतियों के कारण झारखंड के छात्रों के बौद्धिक विकास का रास्ता रुक गया है. उन्होंने कहा कि किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं और राज्य में भूख से मौतें भी हो रही हैं. जन वितरण प्रणाली पूरी तरह से फेल हो चुकी है और राज्य में बिजली पानी की बुनियादी सुविधाओं के साथ ही कानून व्यवस्था भी ध्वस्त हो रही है. झामुमो नेता ने कहा कि लंबे संघर्ष के बाद झारखंड राज्य का गठन हुआ, लेकिन मौजूदा सरकार मुट्ठी भर पूंजीपतियों के हाथ में झारखंड को बेचने पर आमादा है.
उन्होंने कहा कि इस महारैली सह आम सभा के मद्देनजर तैयारियां की जा रही हैं, जिसमें भारी संख्या में झारखंड सहित अन्य राज्यों से नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे. गौरतलब है कि पार्टी ने पिछली 5 अगस्त को युवा आक्रोश मार्च निकाला था. झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष और झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन के नेतृत्व में इस मार्च में बड़ी संख्या में युवाओं ने हिस्सा लिया.