रांचीः झारखंड में राज्यसभा की दो सीटों पर चुनाव होना है. इसको लेकर महागठबंधन के दो प्रमुख दल झामुमो और कांग्रेस आमने-सामने है. वहीं तीसरी सहयोगी पार्टी राजद दोनों दलों को संयम बरतने की सलाह दे रही है.
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राज्यसभा की दो सीटों पर 10 जून को मतदान होगा. लेकिन राज्य की राजनीति मई महीने में ही गरमाई हुई है. राजनीतिक बयानबाजी का दौर सत्ताधारी दल कांग्रेस-झामुमो में जारी है. रविवार को वित्तमंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ राज्यसभा सीट को लेकर कोई समझौता या बात नहीं हुई है. रामेश्वर उरांव के दिये बयान को अनजाने में दिये गए बयान बताते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता मनोज पांडेय ने कहा कि रामेश्वर उरांव को अपने आलाकमान से बात करनी चाहिए.
कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव जो बयान दिया, वह सही है. उन्होंने कहा कि राज्यसभा की सीट के लिए विधानसभा चुनाव से पहले कोई बात तय नहीं हुई थी. इसलिए अब राज्यसभा को लेकर दोनों दलों के बड़े नेता बैठकर फैसला करेंगे कि राज्यसभा को लेकर क्या रणनीति होगी. उन्होंने कहा कि झारखंड कांग्रेस के वरीय नेता आलाकमान से राज्यसभा को लेकर वार्ता करेंगे. राजद नेता राजेश यादव ने कहा कि झामुमो और कांग्रेस के नेताओं के बयान से बचना चाहिए और दोनों सीट कैसे जीता जाए, इसपर रणनीति बनाई जानी चाहिए.
हेमंत सरकार में वित्त मंत्री और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने साफ किया है कि विधानसभा चुनाव के लिए जब झामुमो कांग्रेस और राजद के नेता बैठे थे तो उस वक्त राज्यसभा को लेकर कोई बात नहीं हुई थी. उन्होंने कहा कि राज्यसभा को लेकर कांग्रेस के रूख का फैसला पार्टी आलाकमान करेगा. लेकिन यह बिल्कुल सच है कि उस वक्त भविष्य में होने वाले राज्यसभा चुनाव को लेकर कोई बात नहीं हुई थी. मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि वैसे व्यक्ति को राज्यसभा जाना चाहिए जो परिपक्व हो, उसका विजन वृहद हो. उन्होंने कहा कि देश के किसी हिस्से का रहने वाला व्यक्ति राज्यसभा में झारखंड से उम्मीदवार हो सकता है. लेकिन वह झारखंड से हो तो सबसे बेहतर होगा.
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झारखंड से दो राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार और मुख्तार अब्बास नकवी का कार्यकाल सात जुलाई को खत्म हो रहा है. इन दोनों सीट के लिए 10 जून को चुनाव होना है. इसके तहत 24 मई को नोटिफिकेशन जारी होगी. वहीं, 31 मई तक प्रत्याशी नॉमिनेशन कर सकते हैं. एक जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी और तीन जून तक प्रत्याशी अपना नाम वापस ले सकेंगे. 10 जून को सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक वोटिंग होगी और मतदान प्रक्रिया खत्म होते ही शाम पांच बजे से मतों की गिनती होगी. चुनाव की पूरी प्रक्रिया 13 जून से पहले पूरी कर ली जाएगी.