रांची: साहिबगंज में अवैध खनन मामले में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने ईडी और भाजपा पर कई आरोप लगाएं हैं. पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में झामुमो के केंद्रीय समिति सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्या और लोकसभा सांसद विजय हांसदा ने कहा कि ईडी ने जिस तरह से आरोप लगाया है उससे साफ है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की छवि को धूमिल करने की कोशिश है.
पंकज मिश्रा के बचाव में उतरा झारखंड मुक्ति मोर्चा, कहा- हेमंत सोरेन को बदनाम करने की रची जा रही साजिश
ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधी पंकज मिश्रा और उनके करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. जिसके बाद अब झामुमो का कहना है कि बीजेपी केंद्रीय एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर सीए हेमंत सोरेन की छवि खराब करना चाहती है.
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जेएमएम के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि ईडी की ओर से जारी प्रेस रिलीज का पूरा नैरेटिव सिर्फ इसलिए है कि मुख्यमंत्री की छवि को नुकसान पहुंचाया जाए. केंद्र की एजेंसियों पर गलत नियत से काम करने का आरोप लगाते हुए सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि ईडी यह भी बताए कि पंकज मिश्रा एंड एसोसिएट में एसोसिएट कौन कौन हैं. उसका संबंध किससे है, पंकज मिश्रा के घर से क्या क्या बरामद हुआ, यह सब ईडी को बताना चाहिए. उन्होंने कहा कि भाजपा बताएं कि उनको एक लोकप्रिय आदिवासी मुख्यमंत्री क्यों पसंद नहीं है.
झामुमो के सांसद विजय हांसदा ने कहा कि 2015 से 2019 तक रघुवर दास के समय में 7-8 खनन लीज भाजपा नेताओं और उनके नाते रिश्तेदाओं को दिया गया. उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 से 2019 तक भाजपा राज में साहिबगंज में 212 लीज दिए गए जिससे करीब 80 करोड़ रेवेन्यू मिला था. जबकि झामुमो गठबंधन की सरकार में वर्ष 20-21 में 108 करोड़ और 21-22 में 110 करोड़ का रेवेन्यू मिला, जबकि इस दौरान 133 लीज हुए. उन्होंने कहा कि गलत काम करने वालों पर कार्रवाई हो लेकिन गलत मंशा से किसी की छवि खराब नहीं की जानी चाहिए. झामुमो के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों के गलत मंशा के खिलाफ झामुमो सड़क से सदन तक विरोध करेगा.