रांची: कांग्रेस की दिग्गज नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का निधन हो गया. उनका निधन 81 साल में हुआ. यह भारतीय राजनीतिक और दिल्ली कांग्रेस के लिए बड़ी क्षति है. 15 साल तक उन्होंने दिल्ली की कमान संभाली. शीला दीक्षित के निधन की खबर से देश में शोक की लहर छा गई.
शिला दीक्षित के निधन पर झारखंड के सीएम रघुवर दास, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर अजय कुमार और राज्य के नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने ट्विट कर शोक व्यक्त किया है. रघुवर दास ने कहा है कि 'दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित जी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ. ईश्वर से प्रार्थना है कि उनके परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे.'
आदिवासी जनजातिय मामले के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है कि 'दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी की वरिष्ट नेता शीला दीक्षित के अचानक निधन की खबर सुनकर अत्यंत दुःख हुआ. कांग्रेस के लोकप्रिय नेताओं में उनका प्रमुख स्थान रहा है. हमारी श्रधांजलि!'
अर्जुन मुंडा ने एक अन्य ट्विट कर राजनीति और दिल्ली में उनके योगदान को सराहा है. मुंडा ने कहा कि 'शीला दीक्षित को समन्वयवादी राजनीति और विकास का चेहरा माना जाता रहा है। दिल्ली में मेट्रो के नेटवर्क का विस्तार हो या फिर बारापूला जैसे बड़े रोड नेटवर्क उन्हीं की देन माने जाते हैं।उनके निधन से गहरा दुःख हुआ।मेरी श्रद्धांजलि'
वहीं झारखंड के नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने भी शोक व्यक्त करते हुआ लिखा है 'दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की एक दिग्गज नेता शीला दीक्षित जी के आकस्मिक निधन के बारे में सुनकर दु:ख हुआ. उन्होंने देश की राजधानी को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनकी आत्मा को शांति मिले.'
झारखंड के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने भी शीला दीक्षित के निधन पर शोक व्यक्त किया है. अजय कुमार ने कहा कि 'दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित जी के दुःखद निधन का समाचार सुन स्तब्ध हूँ. देश की राजनीति में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकेगा. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और परिजनों को ये दुःख सहन करने की शक्ति दे.'