रांची: राज्य के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को उसके घर में जाकर न्याय दिलाने का कार्य शुरू किया गया है. झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ. रवि रंजन ने इस काम का बीड़ा उठाया है. रविवार को सिमडेगा से इसकी शुरुआत की गई है. आगे और जितने भी राज्य के पिछड़े जिले हैं, वहां पहुंचकर झारखंड हाई कोर्ट उन्हें न्याय दिलाएगा.
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि सिमडेगा से शुरुआत की गई है. अगला कदम पाकुड़ का होगा. उन्होंने कहा कि न्याय सिर्फ कोर्ट में ही नहीं दिया जाता है. आर्थिक न्याय, सामाजिक न्याय, राजनीतिक न्याय जब तक राज्य के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को नहीं दी जाती तब तक न्याय की बातें करना उचित नहीं होगा. उन्होंने कहा कि हमारे संविधान में भी है कि जब तक अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को उसका अधिकार प्राप्त नहीं होता है तो न्याय की बात करना उचित नहीं होगी. इसलिए हम लोगों ने बीड़ा उठाया है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे कल्याणकारी योजनाएं, जो प्रशासन के द्वारा लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है. उसमें सहयोग किया जाए.