रांची: कोविड-19 के मद्देनजर लगे लॉकडाउन को लेकर किसी भी निर्णय को लेने के लिए झारखंड सरकार ने ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स को अधिकृत किया है. जिसके सदस्य राज्य सरकार में योजना सह वित्त विभाग के मंत्री रामेश्वर उरांव, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री बन्ना गुप्ता और श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता बनाए गए हैं.
ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की अनुशंसा पर राज्य सरकार फैसले लेगी
सोमवार को स्टेट सेक्रेटेरिएट प्रोजेक्ट बिल्डिंग में हुई कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया. इस बाबत कैबिनेट सेक्रेटरी अजय कुमार सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार के दिशा निर्देश और लॉकडाउन से जुड़े मसलों पर तीन मंत्रियों वाले ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की अनुशंसा पर राज्य सरकार फैसले लेगी.
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मजदूरों को डीबीटी करेगी पैसे
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के मद्देनजर मजदूरों को राहत देने के लिए राज्य सरकार ने विधायकों की अनुशंसा पर 1000 और 2000 रुपए की राशि देने का फैसला लिया है. इसके तहत स्थानीय विधायक 25 लाख रुपए तक अपने फंड से खर्च कर सकेंगे. इसके लिए राज्य में रहने वाले मजदूरों के परिवारों के लिए राहत के रूप में 1000 रुपए, जबकि राज्य से बाहर फंसे हुए मजदूरों के लिए 2000 रुपए उनके खाते में डीबीटी किए जाएंगे. इसके लिए संबंधित विधायक को लाभुक का नाम और अकाउंट नंबर जिले के उप विकास आयुक्त को अनुशंसित करना होगा.
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बिना राशन कार्ड वालों को दिया जाएगा अनाज
कैबिनेट सेक्रेटरी ने बताया कि इसके अलावा राज्य सरकार ने राशन कार्ड आवेदकों को 1 रुपए प्रति किलो के हिसाब से प्रति परिवार अप्रैल और मई महीने का 10 किलो का राशन देने का फैसला किया है. इस फैसले से उन्हें भी लाभ मिलेगा जिन्होंने राशन कार्ड के लिए आवेदन दिया है. उनकी संख्या 697443 है. इनके अलावा वैसे लोग भी लाभ उठा पाएंगे जो राशन कार्ड के लिए आवेदन कर रहे हैं.