रांचीः झारखंड कोचिंग एसोसिएशन ने राजधानी रांची में एक बैठक कर लॉकडाउन के दौरान हो रही समस्याओं को लेकर विशेष रूप से चर्चा की है. वहीं अपनी समस्याओं को मुख्यमंत्री और राज्य सरकार को अवगत कराने के लिए ज्ञापन भी तैयार किया गया है. बैठक के दौरान उन्होंने कहा है कि वह इन दिनों भुखमरी के कगार पर हैं कई शिक्षक बेरोजगार हो चुके हैं.
झारखंड कोचिंग एसोसिएशन, राज्य सरकार से गुहार लगाया है. दरअसल कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण इनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई है. छोटे-बड़े हजारों ऐसे कोचिंग सेंटर है जिसने ताले जड़ दिए गए हैं और रेंट को लेकर लगातार इन पर दबाव भी बनाया जा रहा है. इसी के तहत राज्य के तमाम कोचिंग सेंटर के संचालकों द्वारा राजधानी रांची में विशेष बैठक की गई. बैठक के दौरान राज्य सरकार से रेंट माफ करने की अपील की गई. इसके साथ ही जो रेंट लिया जाता था. उस पर कटौती करने की भी मांग रखी गई है. बता दें राज्य भर में ऐसे 10 से 12 हजार कोचिंग सेंटर संचालित है. जो इन दिनों भुखमरी के कगार पर है. फिलहाल ऑनलाइन क्लासेस संचालित हो रही है. ऐसे में कोचिंग की ओर रुख करने वाले विद्यार्थियों की संख्या है ही नहीं. ऐसे में सबसे ज्यादा अगर कोई परेशान है, तो ऐसे छोटे कोचिंग संचालक. जिनकी रोजी-रोटी का साधन कोचिंग सेंटर चलाना ही है.
झारखंड कोचिंग एसोसिएशन ने की विशेष बैठक, सीएम को ज्ञापन सौंप कराएंगे समस्याओं से अवगत
झारखंड कोचिंग एसोसिएशन ने राजधानी रांची में एक बैठक कर लॉकडाउन के दौरान हो रही समस्याओं को लेकर विशेष रूप से चर्चा की है. वहीं अपनी समस्याओं को मुख्यमंत्री और राज्य सरकार को अवगत कराने के लिए ज्ञापन भी तैयार किया गया है. बैठक के दौरान उन्होंने कहा है कि वह इन दिनों भुखमरी के कगार पर हैं कई शिक्षक बेरोजगार हो चुके हैं.
झारखंड कोचिंग एसोसिएशन की बैठक
ये भी पढ़ें-कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में हुई विधायक दल की बैठक, राज्यसभा चुनाव को लेकर बनी रणनीति
सैकड़ों शिक्षक भी हो रहे हैं बेरोजगार
इनके कोचिंग सेंटर के जरिए सैकड़ों शिक्षकों को भी रोजगार मिलता है. उन शिक्षकों का रोजगार भी फिलहाल बंद हो गया है और वे शिक्षक बेरोजगार हो गए हैं. ऐसे कई समस्याओं को लेकर कोचिंग संचालकों ने यह बैठक रखी और अपनी समस्याओं से सरकार को अवगत कराने का निर्णय लिया गया.