रांची: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण अनलॉक-1.0 की वजह से रोजगार के क्षेत्र में उत्पन्न हो गई है. कई प्रतिष्ठान बंद पड़े हैं, जिसके कारण रोजगार छिन गया है. खासकर सलून और पार्लर बंद होने के कारण इससे जुड़े लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसे लेकर झारखंड प्रदेश युवा नाइ संघ की बैठक की गई. सैलून और पार्लर से जुड़े नाई समाज के लोगों ने कहा कि उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है, जिसके कारण घर परिवार भी चलाना मुश्किल हो रहा है. अधिकतर लोग सैलून भाड़ा पर लेकर चलाते हैं. सैलून नहीं खुलने के कारण भाड़ा देना मुश्किल हो रहा है.
सैलून, पार्लर के लोग परेशानझारखंड युवा नाई संघ के अध्यक्ष राजू ठाकुर ने कहा कि नाई समाज के लोग सैलून, पार्लर और फुटपाथ में दुकान चलाकर अपनी रोजी रोजगार चलाते हैं. लेकिन लंबे समय से दुकान बंद होने के कारण घर की स्थिति काफी खराब हो गई है. सरकार तमाम चीजों को धीरे-धीरे रियायत दे रही है, लेकिन सैलून, पार्लर खोलने को लेकर कोई भी दिशा-निर्देश अब तक जारी नहीं किया है.
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आंदोलन की चेतावनी
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार से मांग करते हैं कि जब तक उन लोगों की दुकानें नहीं खुलती हैं, अब तक राज्य सरकार सहायता राशि के रूप में 15 हजार रुपए की दर से हर महीने भुगतान करें, ताकि वे जीवन बसर कर सकें. उन्होंने कहा कि सरकार उन लोगों के लिए जल्द से जल्द गाइडलाइन के तहत सैलून खोलने की इजाजद दे, नहीं तो आगे चलकर आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी.
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'गाइडलाइन के तहत इन दुकानों को भी खोलने के दिशा-निर्देश दिए जाएं'
वहीं, भारतीय ट्रेड यूनियन के सचिव हरिनाथ साहू ने कहा कि वैश्विक महामारी के कारण हुए अनलॉक-1.0 की वजह से कई प्रतिष्ठान बंद हो गए हैं. कई लोगों के रोजगार छिन गई. सरकार धीरे-धीरे तमाम दुकानों को खोलने की अनुमति दे रही है, लेकिन सैलून और पार्लर खोलने की अब तक अनुमति नहीं दी है. सरकार से मांग है कि जल्द से जल्द एक गाइडलाइन के तहत इन दुकानों को भी खोलने के दिशा-निर्देश दिए जाएं, ताकि इन लोगों का रोजी रोजगार फिर से सुचारू रूप से चल सके.