रांची:झारखंड में महागठबंधन की नई सरकार के गठन के बाद पंचम झारखंड विधानसभा का औपचारिक गठन होना है. इसके मद्देनजर 6 से 8 जनवरी तक 3 दिनों का विधानसभा सत्र भी बुलाया गया है. तय कार्यक्रम के अनुसार नए विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह विधानसभा की पुरानी इमारत में ही होगा. इसके साथ ही तीन दिनों का सत्र भी यही संचालित किया जाएगा.
धुर्वा के कूटे में बनी है विधानसभा की नई इमारत
दरअसल पूर्ववर्ती रघुवर दास सरकार में नए विधानसभा भवन का निर्माण और उसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा औपचारिक उद्घाटन सितंबर 2019 में किया गया. बावजूद उसके नई सरकार अपनी शुरुआत पुरानी बिल्डिंग से करने जा रही है.
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क्या है इसके पीछे का कारण ?
विधानसभा की नई इमारत में विधानसभा का एक दिवसीय औपचारिक सत्र भी बुलाया गया. हैरत की बात तो ये है यह तब हुआ जब नई बिल्डिंग न तो भवन निर्माण विभाग को हैंडओवर की गई थी और ना ही विधान सभा सेक्रेटेरिएट को. इसी तकनीकी बिंदु को पकड़कर तत्कालीन विपक्ष के नेता और मौजूदा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आवाज भी उठाई थी.
नई सरकार के प्रवेश से पहले लगी थी नई इमारत में आग
हालांकि नए विधानसभा भवन में अगलगी भी हो चुकी है, जिसे भी अपशकुन के रूप में देखा जा रहा है. नई सरकार के गठन के ठीक पहले नई विधानसभा इमारत में आग लगना भी पॉजिटिव संकेत नहीं माना जा रहा है. यही वजह है कि हेमंत सोरेन अपनी सरकार की नई पारी पुरानी इमारत में शुरू करने जा रहे हैं.
विपक्ष में बैठेगी बीजेपी
विधानसभा चुनावों के बाद आए नतीजे के हिसाब से लंबे समय तक ट्रेजरी बेंच पर बैठने वाली बीजेपी अब विपक्ष में बैठती नजर आएगी. दरअसल आंकड़ों के हिसाब से 81 इलेक्टेड सदस्य वाली झारखंड विधानसभा में महागठबंधन को 47 सीटें मिली है. इसके साथ ही उसे झाविमो समेत भाकपा माले और निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है. वहीं बीजेपी 25 विधायकों के अलावे आजसू पार्टी के दो विधायकों के साथ-साथ विपक्ष में नजर आएगी.