रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस की नई टीम ने बुधवार को रांची में आयोजित रैली से आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया. इस रैली के माध्यम से प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह ने राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास पर निशाना साधते हुए कहा है कि अगर कोई बेईमान का खास है. वह रघुवर दास हैं. उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि पूरे जोश के साथ आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं क्योंकि अब सत्ता परिवर्तन का समय आ गया है.
कई लोगों ने थामा कांग्रेस का दामन
इस रैली के दौरान लोहरदगा जिला परिषद अध्यक्ष सुनैना कुमारी, बीजेपी महिला मोर्चा की दीपिका साहू समेत कई लोगों ने पार्टी का दामन थामा है. इस मौके पर हजारों की संख्या में आए कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह देखा गया. वहीं दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के तहत आने वाले विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने जोर-शोर से अपनी शक्ति का प्रदर्शन भी किया है.
25 भी पार नहीं होगी बीजेपी
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा कि राज्य में कोयला ही कोयला है. लेकिन रघुवर दास 24 घंटे बिजली देने के वादे तक को पांच वर्षों में पूरा नहीं किया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आशीर्वाद यात्रा में कांग्रेस पर भद्दे शब्दों का इस्तेमाल कर रहे है. सरकार भ्रष्टाचार मुक्त शासन की बात करती है. लेकिन सरकार खुद भ्रष्टाचार में लिप्त है. उन्होंने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि अगर कोई बेईमान का खास है तो वो रघुवर दास है. उन्होंने कहा है कि पार्टी अपने मेनिफेस्टो में हर घर को नौकरी देने को शामिल करेगी और जिन्हें नौकरी नहीं मिलेगी. उन्हें भत्ता दिए जाने का विचार करेगी. इसके साथ ही कहा है कि बीजेपी भले ही 65 बार का नारा लगा रही हो लेकिन यहां की जनता बीजेपी को 25 पार भी नहीं होने देगी.
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सरकार के प्रति जनता में आक्रोश
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा कि जनता में इसलिए आक्रोश है क्योंकि पिछले 5 साल में रघुवर सरकार ने जनता के लिए कोई काम नहीं किया है. गांव में टूटी सड़कें हैं, बिजली का अभाव है,पीने का पानी नहीं है,किसानों को अनाज का सही मूल्य नहीं मिल रहा है,जन आशीर्वाद रैली में बच्चों को बीजेपी का पट्टा पहनकर सड़क किनारे खड़ा किया जाता है. उन्होंने इस रैली के माध्यम से घोषणा की है कि अगर हमारी सरकार बनती है तो किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा और छत्तीसगढ़ सरकार की तरह जमीन वापस किए जाएंगे. इसके साथ ही छात्रों को रेगुलर छात्रवृत्ति दी जाएगी और खाली पड़े सरकारी पदों को 6 महीने के अंदर भरा जाएगा.
2014 के वादों का क्या हुआ ?
रैली में विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने जनता को याद दिलाते हुए कहा है कि बीजेपी ने 2014 के चुनाव में कहा था कि किसानों की आय दोगुनी करेंगे. लेकिन किसान आत्महत्या कर रहे हैं, पारा शिक्षक स्थायित्व के लिए आंदोलनरत हैं, आंगनबाड़ी सेविका-सहियका के साथ तानाशाह व्यवहार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हरियाणा और महाराष्ट्र के रिजल्ट से पार्टी का हौसला बढ़ा है. इस हौसले के साथ पार्टी झारखंड में भी चुनाव लड़ेगी.
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लोगों के प्रति जताया आभार
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने रैली में आये लोगों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि 20 साल में 17 साल बीजेपी ने झारखंड में राज किया. लेकिन विकास कार्य नहीं हुए, यहां भूखमरी, मॉब लिंचिंग से 24 की मौत, 2 दर्जन किसानों ने आत्महत्या की है.14 हजार स्कूल बंद कर दिया गया, 28 प्रतिशत आदिवासियों की आबादी है और उनके खिलाफ सीएनटी-एसपीटी एक्ट हटाने की कोशिश की गई.
इस सरकार में सबसे ज्यादा छल-कपट
इस दौरान पूर्व मंत्री चन्द्रशेखर दुबे ने मंच से प्रभारी और अध्यक्ष से आग्रह किया है कि एक बार हम लोग को बुलाकर बात कर लें उसके बाद जो निर्णय लेंगे वो मंजूर होगा. वहीं सांसद धीरज साहू ने जन आक्रोश रैली में कहा कि जब से झारखंड बना ज्यादातर बीजेपी की ही सरकार रही है. लेकिन सबसे ज्यादा बेरोजगारी भी इस दौरान रहा है, युवा पलायन को मजबूर हैं. सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि इस रैली के माध्यम से कहा कि पिछले 5 वर्षों जो राज्य की स्थिति दिख रही है, वो पहले नहीं दिख था. इसी सरकार में सबसे ज्यादा छल-कपट देखा गया है.