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रांची: भारत सरकार का फर्जी वाहन जब्त! गलत नंबर का हो रहा था इस्तेमाल - जगन्नाथपुर पुलिस ने वाहन किया जब्त

रांची पुलिस ने भारत सरकार का फर्जी वाहन जब्त किया है. जगन्नाथपुर थाना पुलिस के छानबीन में जब्त वाहन का नंबर फर्जी पाया है. इसको लेकर सोमवार को जगन्नाथपुर थाना में सनहा दर्ज कराया गया था.

Ranchi police seized fake vehicle
वाहन जब्त

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Published : Jun 6, 2020, 3:01 AM IST

रांची: जगन्नाथपुर थाने की पुलिस ने भारत सरकार का लोगो लगे एक वाहन जब्त किया है. जगन्नाथपुर थाना पुलिस द्वारा छानबीन में जब्त वाहन का नंब भी फर्जी पाया गया है, जबकि जब्त वाहन का ओरिजनल नंबर भी अलग है.

इस मामले को लेकर सोमवार को जगन्नाथपुर थाना में सनहा दर्ज कराया गया था. सोमवार को ही हवाई नगर रोड नंबर दो स्थित एक दुकान मालिक से गाड़ी की चाभी लेकर वाहन जब्त कर थाना लाया गया. वाहन तलाशी के दौरान सर्टिफिकेट ऑफ झारखंड स्टेट नाम से फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर का फोटो कॉपी मिला जो 4 अक्टूबर 2019 को एसएम सनाउल हक के नाम से जारी था. एसबीआई जेनरल इंश्योरेंस पॉलिसी की फोटो कॉपी जिसमें रजिस्ट्रेशन नंबर जेएच 01 सीएस 5001 दर्ज था. वहीं, गाड़ी ऑनर का नाम दिनेश प्रसाद साहू आकांक्षा अपार्टमेंट फेज-1 फ्लैट नंबर 405 नियर बस स्टेड चुनुआटोली कांटाटोली रांची लिखा बरामद किया गया, जबकि जेएच 05 सीपी 4078 वाहन के मालिक सरायकेला-खरसावां निवासी सैयद मोहम्मद सनाउल हक हैं. पुलिस को आशंका है कि वाहन में भारत सरकार का लोगो लगाकर किसी गलत काम को अंजाम दिया जा रहा था. हालांकि, मामले की छानबीन की जा रही है.

परिचितों ने बताया फर्जी नंबर का हो रहा इस्तेमाल
जानकारी के अनुसार, सैयद मोहम्मद सनाउल हक का एक इनोवा वाहन (जेएच05सीपी 4078) है. सरायकेला-खरसांवा जिले के कपाली थाना क्षेत्र निवासी सनाउल हक के परिचितों और रिश्तेदारों द्वारा उन्हीं की नंबर के वाहन चलाए जाने की सूचना दी गयी थी. मामले को लेकर सनाउल हक ने 31 मई को कपाली ओपी और पुलिस कंट्रोल रुम में सूचना दी गयी. इसके बाद पुलिस छानबीन में जुटी तो फर्जीवाड़े का उद्भेदन हुआ.

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परिवहन एप से किया प्रारंभित सत्यापन
बीते बुधवार को सैयद मोहम्मद सनाउल हक जगन्नाथपुर थाना पहुंचकर वाहन से संबंधित कागजात पुलिस को दिया. सनाउल हक द्वारा दिए गए कागजात की जांच पुलिस मोबाइल में परिवहन एप पर चेक किया तो सर्टिफिकेट ऑफ रजिस्ट्रेशन सही पाया गया, जबकि जब्त वाहन का सर्टिफिकेट ऑफ रजिस्ट्रेशन और दिनांक फर्जी निकला.

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