रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को कहा कि मेडिको सिटी को मेडिकल हब के रूप में विकसित किया जाएगा. यहां मल्टी और सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा सुविधा से जुड़ी सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, जिसका फायदा राज्यवासियों को होगा.
टीबी सेनेटोरियम की लगभग 70 एकड़ जमीन में पीपीपी मोड पर मेडिको सिटी को विकसित करने की प्रक्रिया लंबे समय से चल रही है, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा सका है. इस वजह से मेडिको सिटी प्रोजेक्ट में कुछ बदलाव किए गए हैं ताकि वर्तमान परिस्थितियों में इसे पीपीपी मोड पर विकसित करने की दिशा में निजी कंपनियों और संस्थानों को आकर्षित किया जा सके. इस मामले में राज्य सरकार की तरफ से कई रियायतें भी दी जाएंगी.
मेडिको सिटी का नया लुक
टीबी सेनेटोरियम की जमीन पर मेडिको सिटी को चार प्रोजेक्ट के आधार पर विभाजित कर विकसित किया जाएगा. इसके तहत प्रोजेक्ट ए में मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल, प्रोजेक्ट बी में मेडिकल एजुकेशनल हब, प्रोजेक्ट सी में सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल और प्रोजेक्ट डी में आयुर्वेद सेंटर बनाया जाएगा. मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के निर्माण के लिए 350 करोड़ के का बजट होगा. इस मेडिकल कॉलेज में 85 प्रतिशत सीट झारखंड डोमिसाइल के विद्यार्थियों के लिए आरक्षित होगा. इसके अलावा 20 प्रतिशत सीटों पर विद्यार्थियों का नामांकन स्वास्थ विभाग द्वारा तय किए गए फीस के आधार पर होगा. वहीं, मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 30 प्रतिशत बेड सेलेक्ट किए गए पर मरीजों के लिए आरक्षित होगा.