रांची: रातू रोड अमरूद बगान से 500 पेटी नशीली दवाओं की खेप की बरामदगी मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को जेल भेज दिया है. जेल भेजे गए आरोपियों के अलावा दवा बनाने वाली हिमाचल प्रदेश के बद्दी की कंपनी विंग्स बायोटेक के चार निदेशकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
जेल भेजे गए आरोपियों में न्यू मधुकम निवासी अवैध नशीली दवाओं के स्टॉकिस्ट आरके इंटरप्राइजेज के मालिक संतोष कुमार गुप्ता, इंद्रपुरी रोड नंबर एक निवासी दीपक कुमार सिंह और रातू स्थित गायत्री नगर निवासी विक्रांत कुमार शामिल है. एफआईआर के अनुसार नशीली दवाओं में कोडीन फॉस्फेट का अधिक मात्रा में मिश्रण है. जिसका इस्तेमाल नशा के लिए किया जाता है.
95 प्रकार की नशीली दवाई बरामद
हिमाचल प्रदेश के बद्दी सोलान स्थित दवा कंपनी विंग्स बायोटेक झारखंड में अपने सेल्स ऑफिसर दीपक के माध्यम से आरके इंटरप्राइजेज के मालिक संतोष कुमार गुप्ता को डिलीवरी दी जाती थी. इसके बाद पूरे राज्य में इन दवाओं की अवैध तरीके से बेची जा रही थी. नशा के लिए ही इन दवाओं का इस्तेमाल किया गया जा रहा था. बरामद नशीली दवाओं में ओनोरेक्स, फेंसीरेक्स सहित कोडीन फॉस्फेट की अत्यधिक मिश्रण से बनी 95 तरह की दवाईयां बरामद की गई है. जो सीरप, टैबलेट और पाउडर के रूप में मिली है.
दवाओं की होगी एफएसएल जांच
पूलिस अब जब्त सारी नशीली दवाओं की एफएसएल जांच कराएगी. पुलिस ने कोर्ट में जब्त सूची तैयार कर सौंप दिया है. फिलहाल, थाना के मालखाने में सभी दवाओं को जब्त कर रखा गया है. जिन्हें पुलिस और ड्रग इंस्पेक्टर मिलकर एफएसएल में सैंपलिंग जांच के लिए भेजेंगे. इस मामले में एनडीपीएस, ड्रग एंड कॉस्पमेटिक और आईपीसी की धारा 420 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.