रांची: इंस्पायर अवार्ड मानक योजना देश के सभी मान्यता प्राप्त सरकारी और निजी विद्यालयों में कक्षा 6 से 10 में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए चलाई जाती है. इस योजना के तहत विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति दिलचस्पी बढ़ाने के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया जाता है. सत्र 2021-22 में भी झारखंड के विद्यार्थी इस योजना और इससे जुड़े प्रतियोगिता में बेहतर कर रहे हैं.
सरकारी और निजी विद्यालय में कक्षा 6 से 10 में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए इंस्पायर अवार्ड मानक योजना विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार द्वारा शुरू की गई है. विद्यार्थीयों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति दिलचस्पी बढ़ाने और उन्हें केंद्र सरकार की योजना से जोड़ने के लिए चयनित सभी छात्रों के बैंक खाते में एक-एक हजार डीबीटी के जरिए जमा कराए जाते हैं. इसके लिए भारत सरकार के पोर्टल पर अभ्यर्थियों को ऑनलाइन आवेदन करना पड़ता है. देश के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ झारखंड के विद्यार्थी भी इस योजना से प्रतियोगिता में हिस्सा लेते हैं. इस सत्र में भी झारखंड के विद्यार्थियों बेहतर भागीदारी रही. पिछले वर्ष की तुलना में 900 अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है. झारखंड से 2020-21 सत्र में 1180 प्रोजेक्ट को आवार्ड के लिए चुना गया था. जबकि इस सत्र में 2082 हो गया है. इन सभी 2082 बच्चों के बैंक अकाउंट में केंद्र सरकार की ओर से 1000 की राशि भेजे जाने को लेकर अपनी स्वीकृति भी दे दिए हैं. इस सत्र में कुल 2 करोड़ 82000 इस योजना के तहत झारखंड के बच्चों के लिए भेजा जा रहा है.
इंस्पायर अवार्ड मानक योजना: झारखंड के 2082 बच्चों के अकाउंट में आएंगे एक हजार रुपये
इंस्पायर अवार्ड मानक योजना में झारखंड के छात्रों की भागीदारी काफी बेहतर हुई है. इस साल 2082 बच्चों के बैंक अकाउंट में केंद्र सरकार 1000 रुपये भेजेगी. इस सत्र में कुल 2 करोड़ 82000 इस योजना के तहत झारखंड के बच्चों के लिए भेजा जा रहा है.
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तीन चरण में प्रतियोगिता
इसी अवार्ड राशि से बच्चे अपना प्रदर्शनी बनाएंगे उसके बाद जिला स्तर पर प्रतियोगिता का आयोजन होगा फिर राज्य और राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता में इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत प्रतिभागी अपने-अपने प्रोजेक्ट को प्रदर्शित करेंगे. इस प्रोजेक्ट के झारखंड स्टेट के नोडल पदाधिकारी अरविंद विजय बिलुंग ने कहा कि झारखंड के विद्यार्थी इस योजना में बेहतर तरीके से जुड़ते हैं और प्रत्येक वर्ष झारखंड के विद्यार्थियों का राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन रहा है. इस सत्र में भी विद्यार्थियों की रुचि इस योजना के तहत बढ़ी है. आने वाले प्रतियोगिता में झारखंड के विद्यार्थी बेहतर करेंगे.