रांचीः महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव मामले में एनआईए ने फादर स्टेन स्वामी को न सिर्फ गलत तरीके से गिरफ्तार किया है बल्कि उनके साथ अमानवीय व्यवहार भी हो रहा है. यह आरोप है रांची के कैथोलिक समाज का. बिशप थ्योडोर मसकारेन्हास ने कहा है कि कल यानी 16 अक्टूबर को अपराहन 4 बजे अल्बर्ट एक्का चौक से कांटा टोली चौक तक मौन मानव श्रृंखला बनाकर विरोध दर्ज कराया जाएगा. इसके बाद शाम 5.30 बजे लोयला मैदान में प्रार्थना सभा होगी. अगर प्रशासन की तरफ से अनुमति नहीं मिली तो शाम के वक्त कैथोलिक चर्च में कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए 50 लोग फादर स्टेन स्वामी के लिए कैंडल जलाकर प्रार्थना करेंगे.
बिशप थ्योडोर ने कहा कि 8 अक्टूबर को रात 8 बजे 83 साल के सामाजिक कार्यकर्ता स्टेन स्वामी को एनआईए की टीम ने न सिर्फ गलत तरीके से गिरफ्तार किया बल्कि दूसरे ही दिन मुंबई ले जाकर जेल में भी डाल दिया. यह जानते हुए भी कि स्टेन स्वामी बुजुर्ग होने के साथ-साथ बीमार भी हैं, फिर भी उन्हें अन्य कैदियों के साथ भीड़ में रखा गया है. जहां उनको कोरोना संक्रमित होने का खतरा है. यह भी आरोप लगाया कि पहले दिन उन्हें न बेड दिया गया और ना ही चटाई. बाद में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस मसले पर केंद्रीय गृह मंत्रालय में बात की, तब जाकर उन्हें थोड़ी सहायता मिली.