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कच्चा आम' बन गया है खास, रेट सुनेंगे तो उड़ जाएंगे होश, जानिए आखिर क्या है वजह ?

रांची में कच्चे आम की कीमत में बेतहाशा वृद्धि हुई है. पोहेला बोइशाख और सतुवानी पर्व को लेकर डिमांड में बढ़ोतरी के बाद 50 रुपये किलो बिकने वाला आम अब बाजार में 400 रुपये किलो मिल रहा है. रांची में महंगाई की मार से परेशान लोगों के लिए कच्चा आम खरीदना मुश्किल हो गया है.

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रांची में कच्चा आम महंगा

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Published : Apr 14, 2022, 12:33 PM IST

रांची: फलों का राजा आम अब पकने से पहले ही खास हो गया है. रेट सुनेंगे तो होश उड़ जाएंगे. जी हां, रांची के सब्जी बाजार में कच्चा आम 100 रु पाव बिक रहा है यानी 400 रु किलो. बाजार में जब दूधिया मालदा आम आता है, तब भी उसकी कीमत इतनी नहीं होती. हद तो यह है कि रांची के सबसे चर्चित लालपुर-कोकर सब्जी मार्केट में कच्चे आम का दर्शन तक दूभर हो गया है. पूरे बाजार में चक्कर लगाने के बाद सिर्फ एक जगह चंद कच्चे आम नजर आए. गौर से देखने पर लग रहा था जैसे इतरा रहे हों. सब्जी विक्रेता से भाव पूछा तो बिना लाग लपेट के कह दिया 100 रुपए पाव. मोलभाव की बात करने पर दुकानदार ने दो टूक कह दिया कि पूरा बाजार घुम आइये, कहीं आम नहीं मिलेगा.

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किस वजह से इतरा रहा है कच्चा आम: सवाल यह है कि कल तक जो कच्चा आम 50 रु किलो बिक रहा था, वह अचानक 8 गुणा महंगा कैसे हो गया. तफ्तीश करने पर इसका जवाब मिला. इसकी वजह है बंगालियों का त्यौहार पोहेला बोइशाख और उत्तर भारत में मनाया जाने वाला सतुवानी पर्व. दरअसल 15 अप्रैल को दोनों पर्व मनाया जाना है. इसमें कच्चे आम से कुछ रस्म अदायगी होती है. जाहिर सी बात है कि दोनों त्यौहारों के मद्देनजर रांची में कच्चे आम की डिमांड बढ़ गई है. लेकिन बाजार में डिमांड की तुलना में आवक नहीं होने की वजह से कच्चे आम की कीमत आसमान छूने लगी है.

पहले से ही नींबू निकाल रहा है पसीना: महंगाई की मार से लोग परेशान हैं. पर्व त्यौहार में रस्म के लिए कच्चा आम खरीदना मुश्किल हो गया है. नींबू ने तो हद कर दी है. बिना निचोड़े जुबान को खट्टा कर रहा है. कुछ दिन पहले तक 10 रुपए में जहां 4 निंबू मिलता था, अब 20 रु जोड़ा हो गया है. दूसरी हरी सब्जियां भी गर्मी की तपिश में झुलसने के बाद भी अपना भाव कम नहीं होने दे रही हैं.

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