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40 कोर्ट बिल्डिंग का चीफ जस्टिस ने किया उद्घाटन, कहा- यह बिल्डिंग न्यायिक व्यवस्था के विकास की कह रही है गाथा - न्यायाधीश रवि रंजन

रांची में 40 कोर्ट बिल्डिंग का चीफ जस्टिस ने उद्घाटन किया. इस दौरान मुख्य न्यायाधीश रवि रंजन ने अधिवक्ताओं से कई अपील भी की. कहा कि कोई भी व्यक्ति कंस्टिट्यूशन से बड़ा नहीं होता.

Inauguration of 40 court building in ranchi
40 कोर्ट बिल्डिंग का उद्घाटन

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Published : Jan 25, 2020, 5:27 PM IST

रांचीः हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन ने सिविल कोर्ट में नवनिर्मित 40 कोर्ट बिल्डिंग का उद्घाटन शनिवार को किया. इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में न्यायाधीश हरीश चंद्र मिश्रा और अपरेश कुमार सिंह उपस्थित रहे. इस दौरान मुख्य न्यायाधीश रवि रंजन ने अधिवक्ताओं से कई अपील भी की.

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न्यायाधीश रवि रंजन ने कहा कि बालकवि बैरागी की पंक्ति को कहते हुए अपनी बातों को रखा और कहा कि कोई भी व्यक्ति कंस्टिट्यूशन से बड़ा नहीं होता. उन्होंने कहा कि या खुशी का मौका है कि भव्य भवन के निर्माण को आप को समर्पित करने का समय है. उन्होंने इस मौके पर बाबा बैद्यनाथ की धरती को नमन करते हुए कहा कि इस धरती में बिरसा मुंडा और अल्बर्ट एक्का जैसे कई सपूतों को जन्म दिया है. उन्होंने कहा कि आज जिस तरह से यह बिल्डिंग शान से खड़ा है. यह न्यायिक व्यवस्था के विकास की गाथा कह रहा है.

उन्होंने बिल्डिंग को लेकर कहा कि यह उन्हें समर्पित है जिनके लिए यह जस्टिस डिलीवरी सिस्टम की व्यवस्था बनाई गई है. यह भवन विकास और इसे पाने के लिए किए गए संघर्ष का प्रतीक है. इसके साथ ही उन्होंने अधिवक्ताओं से अपील करते हुए कहा कि यहां से टेंडेंसी से लड़ने के लिए ज्वाइंट एफर्ट हो. उन्होंने स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की भी अपील की है.

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न्यायाधीश ने गणतंत्र दिवस की दी बधाई
इस मौके पर मुख्य न्यायाधीश ने गणतंत्र दिवस की सभी को बधाई दी और वीर सपूतों को भी याद किया. महात्मा गांधी को नमन करते हुए देश की आजादी के लिए जिन वीर सपूतों ने अपनी जान गवाई उनको श्रद्धांजलि दी. वहीं इस मौके पर मासिक लोक अदालत होने की वजह से लाभुकों के बीच चेक वितरण भी किया गया.

40 कोर्ट बिल्डिंग की क्या है खासियत
बता दें कि 40 कोर्ट बिल्डिंग के हर कोर्ट रूम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा है. जिसके जरिए कैदियों को कोर्ट लाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इस बिल्डिंग में 40 कोर्ट बनाए गए हैं. इसलिए इसका नाम 40 कोर्ट बिल्डिंग रखा गया है. कोर्ट के प्रथम तल्ला पर डालसा कार्यालय, पोस्को कोर्ट, महिला कोर्ट होगा. जबकि दूसरा, तीसरा और चौथे तल्ले पर अन्य कोर्टरूम है. कोर्ट के पांचवे तले पर कॉन्फ्रेंस हॉल बनाई गई है. जिसमें एक साथ एक हजार लोग बैठ सकते हैं साथ ही ज्यूडिशली अधिकारी के लिए ई लाइब्रेरी बनाई गई है. सुरक्षा के दृष्टिकोण से 350 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. फाइलों को सुरक्षित रखने के लिए फायरप्रूफ रूम बनाया गया है.

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