रांचीः राजधानी के रातू में इम्तियाज अंसारी हत्याकांड में पुलिस ने 24 घंटे के भीतर पूरी गुत्थी सुलझा ली है. बताया गया कि इम्तियाज की हत्या लेवी के पैसों का बंटवारा नहीं किए जाने की वजह से की गई थी. चूंकि इम्तियाज नगड़ी और रातू इलाके के जमीन कारोबारियों से कुख्यात पुनाई के नाम पर लेवी की रकम उठाता था. इस मामले को लेकर रांची पुलिस आज बड़ा खुलासा करेगी.
पुनाई के इशारे पर हुई हत्या
जानकारी के अनुसार यह हत्या हाल में पीएलएफआई से जुड़ा कुख्यात अपराधी पुनाई के इशारे पर की गई है. मामले में सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के मधुकम निवासी आकाश लिंडा, नरकोपी के तुतलो निवासी राजकुमार उरांव गिरफ्तार किए गए हैं. आकाश लिंडा ने ही इम्तियाज को गोली मारी थी. इसके अलावा करीब 6 से अधिक अन्य आरोपित भी हिरासत में हैं. इनमें कई आरोपित मांडर के मुड़मा निवासी झामुमो नेता सुबोध तिवारी हत्याकांड में शामिल हैं.
वहीं, अपराधियों के इस गिरोह की गिरफ्तारी से इम्तियाज के अलावा सुबोध तिवारी हत्याकांड का भी खुलासा हो गया है. मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है सुबोध तिवारी की हत्या में पुनई के गिरोह के ही आकाश सिंह उर्फ ऐलेक्श उर्फ गोलू सहित अन्य शामिल रहे हैं. फिलहाल पुलिस पुनई सहित उसके ग्रुप में शामिल अन्य अपराधियों की तलाश कर रही है. बता दें कि पुनई इन दिनों पीएलएफआइ से जुड़ गया है. अखिलेश गोप की गिरफ्तारी के बाद से वह सक्रिय है. पुनई कई हत्या और रंगदारी के मामले में वांटेड है.
पत्नी का आरोप, जमीन विवाद में हुई हत्या
इधर, नगड़ी थाना क्षेत्र के एड़चोरो गांव निवासी इम्तियाज अंसारी की पत्नी प्रमिला मिंज उर्फ शाहीन परवीन के ब्यान पर रातू थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. प्राथमिकी नयासराय नवांटोली निवासी आजाद अंसारी और देवरी निवासी अलीम अंसारी को नामजद आरोपित बनाया गया है. बताया गया है कि नगड़ी के टुंडुल स्थित एक बेशकीमती जमीन के विवाद में हत्या की गई है. संबंधित जमीन का एकरारनामा पत्नी के नाम कराया था. इसमें आजाद और अलीम की नजर थी. दोनों इस पर कब्जा करना चाहते थे. इम्तियाज को जमीन छोड़ने की सलाह दी गई थी. उसे धमकाया गया था कि जमीन नहीं छोड़ीए जान से हाथ धोना पड़ेगा.