झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / city

अवैध हथियार बना रांची पुलिस के लिए सिर दर्द, सप्लाई नेटवर्क को ध्वस्त करने की तैयारी

रांची पुलिस के लिए अवैध हथियार सिर दर्द बन गया है. झारखंड पुलिस इस अवैध हथियार सप्लाई के नेटवर्क को ध्वस्त करने की तैयारी में जुट गई है. झारखंड पुलिस के प्रवक्ता आईजी अमोल वी होमकर ने बताया कि आर्म्स एक्ट के मामले में जेल जा चुके या फिर जेल में हैं, उन अपराधियों का डाटा तैयार किया जा रहा है.

Ranchi Police
अवैध हथियार बना रांची पुलिस के लिए सिर दर्द

By

Published : May 4, 2022, 6:54 PM IST

रांचीः अवैध हथियार और सप्लायर रांची पुलिस के लिए सिर दर्द बने हुए हैं. इन अवैध हथियारों से आए दिन गोलीबारी की घटनाएं सामने आ रही है. हालांकि, राजधानी में प्रत्येक तीसरे दिन अवैध हथियार के साथ अपराधी गिरफ्तार किए जा रहे हैं. इसके बावजूद आपराधिक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब पुलिस परेशान है कि आखिर इतने बड़े पैमाने पर अवैध हथियार कहां से आ रहा है और ये हथियार नए अपराधियों तक कैसे पहुंच रहे हैं.

यह भी पढ़ेंःनशे के कारोबारियो पर नकेल की तैयारी, निगरानी के लिए बनी विशेष टीम, दुकानदार भी पुलिस के राडार पर

रांची में पहले सिर्फ मुंगेर के बने हथियार पहुंचते थे. लेकिन अब एटीएस ने नया खुलासा किया है. एटीएस ने अनुसार सिर्फ मुंगेर से नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश, पंजाब और महाराष्ट्र जैसे राज्यों से अवैध पिस्टल और कट्टे धड़ल्ले से झारखंड लाये जा रहे हैं. पिछले छह महीने के भीतर झारखंड एटीएस की टीम ने 150 से अधिक अवैध हथियार बरामद किए, जिसमें 100 से ज्यादा पिस्टल शामिल थे. झारखंड एटीएस के एसपी प्रशांत आनंद ने बताया कि अवैध हथियारों के पीछे बड़े गैंगस्टर का नेक्सेस काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि अमन साव, अमन सिंह और सुजीत सिन्हा जैसे गैंगस्टर दूसरे राज्यों से हथियार मंगा कर छोटे-छोटे अपराधियों के बीच पहुंचा रहा है और खुद भी प्रयोग करता है. यही वजह है कि झारखंड में लगातार अवैध हथियार पहुंच रहे हैं.

देखें स्पेशल स्टोरी


मुंगेर से हथियार मंगाए जाने का पुराना रिकॉर्ड रहा है. रांची पुलिस अब भी अवैध हथियार के मुंगेर कनेक्शन को खंगालने में जुटी है. रांची पुलिस की योजना है कि वह बिहार पुलिस के साथ मिलकर मुंगेर में ही अवैध हथियार के तस्करों के खिलाफ दबिश डाले. दरअसल, अवैध हथियार निर्माण को लेकर देश भर में चर्चित मुंगेर में हथियार तस्करों का एक बड़ा नेटवर्क विकसित है. वहीं, गंगा दियारा क्षेत्र में कई मिनी गन फैक्ट्री काम करती है, जो तय रकम लेने के बाद नक्सली और गैंगस्टार तक हथियार की आपूर्ति करता है.



साल 2021 में रांची पुलिस ने 160 अवैध हथियार और 1037 जिंदा कारतूस बरामद किए. इसके साथ ही 578 अपराधियों और नक्सलियों को जेल पहुंचाया. रांची के मांडर तुपुदाना और चान्हो जैसे जगहों पर चल रहे अवैध हथियारों के नेटवर्क को भी नेस्तनाबूद कर दिया. इसके बावजूद राजधानी में अवैध हथियारों की धमक कम नहीं हो रही है. अवैध हथियार के बल पर छोटे और बड़े अपराधी आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. वहीं, साल 2022 जनवरी से लेकर अब तक रांची पुलिस ने लगभग 50 से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 42 अवैध हथियार भी बरामद किए गए.

यह भी पढ़ेंःरांची में आए दिन हो रही फायरिंग की घटना, मार्च का महीना पुलिस पर पड़ रहा भारी, दर्जन भर वारदातों से सहमे राजधानीवासी

साल 2021 के दिसंबर महीने तक रांची पुलिस ने हर तरह के हथियार बरामद किए. इसमें एके 47, एके 56, कार्बाइन जैसे घातक हथियारों के साथ-साथ राइफल, देसी कट्टा, रिवाल्वर आदि शामिल थे. इसमें सबसे ज्यादा नाइन एमएम पिस्टल था. साल 2001 में पुलिस की टीम ने 70 पिस्टल बरामद किए थे. बता दें कि सरकार की ओर से पिस्टल का लाइसेंस नहीं दी जाती है. पुलिस विभाग के अलावा पिस्टल की सप्लाई पूरी तरह प्रतिबंधित है. इसके बावजूद इसके राजधानी में यह आसानी से मिल रहा है.

पुलिस ने बरामद किया हथियार (2021- 2022 मार्च तक)

एके 47ः 2
एके-56ः 1
पिस्टलः 60
देशी कट्टाः 60
राइफलः 10
रिवाल्वरः 8
कार्बाइनः 4

अवैध हथियारों के बल पर सिर्फ रांची में आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है, बल्कि राज्य के दूसरे कई जिलों में भी अवैध हथियार पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं. खासकर धनबाद जिला पुलिस के लिए ज्यादा चुनौती है. इसको लेकर पुलिस मुख्यालय बेहद गंभीर है. झारखंड पुलिस मुख्यालय ने सभी एसपी को आदेश दिया है कि वे अपने सूचना तंत्र को मजबूत करें. झारखंड पुलिस के प्रवक्ता आईजी अमोल वी होमकर ने बताया कि राज्य भर में वैसे अपराधी आर्म्स एक्ट के मामले में जेल जा चुके हैं या फिर जेल में हैं. इन अपराधियों की कुंडली बनाई जा रही है. इसके आधार पर अवैध हथियार के नेटवर्क को ध्वस्त करने की कोशिश की जाएगी.

साल 2021 में बरादम हथियार

  • जनवरी महीने में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 60 अपराधियों और नक्सलियों को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 15 अवैध हथियार और 100 कारतूस बरामद किया
  • फरवरी महीने में पुलिस ने 56 अपराधियों और नक्सलियों को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 20 अवैध हथियार, 300 कारतूस, दो ग्रेनेड और तीन केन बम बरामद किया
  • मार्च महीने में पुलिस की टीम ने राजधानी से 70 अपराधियों और नक्सलियों को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 16 अवैध हथियार और 50 कारतूस बरामद किया
  • अप्रैल महीने में पुलिस की टीम ने 35 अपराधियों और नक्सलियों को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 10 हथियार और 23 कारतूस बरामद किया
  • मई महीने में पुलिस की टीम ने 35 अपराधियों और नक्सलियों को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 16 हथियार और 50 कारतूस बरामद किया
  • जून महीने में पुलिस ने 52 अपराधियों और नक्सलियों को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 8 हथियार और 25 कारतूस बरामद किया
    जुलाई महीने में पुलिस ने 60 अपराधियों और नक्सलियों को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 30 हथियार और 300 कारतूस बरामद किया
  • अगस्त महीने में पुलिस ने 45 अपराधियों और नक्सलियों को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 10 अवैध हथियार और 25 कारतूस बरामद किया
  • सितंबर महीने में पुलिस ने 40 अपराधियों और नक्सलियों को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 10 अवैध हथियार और 35 कारतूस बरामद किया
  • अक्टूबर महीने में पुलिस की टीम ने 40 अपराधियों और नक्सलियों को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 15 अवैध हथियार और 35 कारतूस बरामद किया
  • नवंबर महीने में पुलिस ने 25 अपराधियों और नक्सलियों को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 10 अवैध हथियार और 15 कारतूस बरामद किया
  • दिसंबर महीने में पुलिस ने 60 अपराधियों और नक्सलियों को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 10 अवैध हथियार और 12 कारतूस बरामद किया
  • साल 2022 के जनवरी से लेकर मार्च महीने तक पुलिस ने 7 अपराधियों को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 42 अवैध हथियार बरामद किया गया

ABOUT THE AUTHOR

...view details