रांचीः मनी लाउंड्रिंग मामले में आइएएस पूजा सिंघल पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है. आज सुबह 10बजकर 19 मिनट पर ईडी की विशेष टीम पूजा सिंघल के सीए सुमन कुमार को सेफ हाउस से लेकर ईडी ऑफिस पहुंची. जहां उनसे पूछताछ की जा रही है. इसके बाद ईडी के निर्देश पर पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा सफेद रंग की सफारी गाड़ी से ठीक 11बजे ईडी ऑफिस पहुंचे. उनसे भी पूछताछ की जा रही है.
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आपको बता दें कि मनी लाउंड्रिंग मामले में ईडी की टीम ने पूजा सिंघल के कई ठिकाने पर छापेमारी की थी. इस दौरान सीए सुमन के घर से 17.49 करोड़ नगद बराद हुए थे. इसके अलावा उनके दफ्तर से 29 लाख 70 हजार रूपये भी मिले थे. रविवार को भी झारखंड सरकार की खान सचिव पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा से ईडी और आयकर विभाग की टीम ने पूछताछ की. रांची कार्यालय में अभिषेक से ईडी के डिप्टी डायरेक्टर सुबोध कुमार समेत चार वरीय अधिकारियों ने पूछताछ की. पूछताछ के दौरान ईडी को शेल कंपनियों और एलआईसी में निवेश सहित कई जानकारियां मिली हैं. देर रात तक चली पूछताछ के दौरान इनकम टैक्स विभाग (आईटी) के अधिकारी भी मौजूद रहे. इसके लिए अधिकारी साठ से अधिक सवाल तैयार कर लाए थे, जिनके काउंटर सवाल भी पूछे गए.
आईएएस पूजा सिंघल के पति अभिषेक और सीए सुमन से पूछताछ जारी निवेश संबंधी जानकारियां आईं सामनेः ईडी सूत्रों के अनुसार आईएएस पूजा सिंघल के सीए सुमन कुमार के बूटी मोड़ स्थित सोनाली अपार्टमेंट से 17.49 करोड़ कैश बरामद हुआ था, इसके अलावा डांगरा टोली स्थित ईस्टर्न मॉल में मौजूद सुमन कुमार के ऑफिस से 29.70 लाख रुपया मिला है. गौरतलब है कि प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट 2002 के तहत जांच के दौरान जूनियर इंजीनियर राम विनोद सिन्हा ने बताया था कि खूंटी जिला प्रशासन मनरेगा में 5% कमीशन लेता था. साल 2007 से 2013 के बीच पूजा सिंघल डीसी के रूप में चतरा, खूंटी और पलामू में पदस्थापित थीं. इस दौरान उन पर कई वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप लगे थे. इसी दौरान पूजा सिंघल और उनके पति अभिषेक के खाते में 1.43 करोड़ नगद भी जमा हुए थे.
एलआईसी में निवेश के बारे में भी मिली जानकारीःपूजा सिंघल ने साल 2005 से 2013 के बीच एलआईसी की 13 पॉलिसी खरीदी थी और बतौर प्रीमियम 80.81 लाख रुपए जमा किए थे, लेकिन पॉलिसी मेच्योर होने से पहले ही पूरे पैसे निकाल लिए थे, उस समय उन्हें 84 लाख मिले थे. पूजा सिंघल ने साल 2015 से 2017 के बीच चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार और उनकी अलग-अलग कंपनियों में अलग-अलग समय में 16.57 लाख रुपये भी ट्रांसफर किए थे.
जानकारी देते ब्यूरो चीफ राजेश कुमार सिंह आमने सामने बैठाकर की गई पूछताछः ईडी सूत्रों के मुताबिक, अभिषेक झा और सीए सुमन कुमार को आमने सामने बैठाकर पूछताछ की गई. कुल 17.31 करोड़ रुपये की बरामदगी के बाद ईडी यह पड़ताल में जुटी है कि पैसों का स्रोत क्या है. इतने पैसे सीए के पास कहां से आए थे. इन पहलुओं पर दोनों को आमने सामने बैठाकर पूछताछ की गई. पूछताछ में आयकर विभाग के भी दो अधिकारी शामिल थे. देर रात तक ईडी और आयकर विभाग की संयुक्ति टीम अभिषेक झा से पूछताछ कर रही थी.
पूजा सिंघल की अस्पताल में सहभागिता को लेकर पूछताछः ईडी ने अभिषेक झा से पूजा सिंघल की पल्स डायग्नोसिस व पल्स हॉस्पिटल में सहभागिता को लेकर पूछताछ की. ईडी ने अभिषेक झा से पूछा कि पूजा सिंघल पल्स अस्पताल के संचालक में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर जुड़ी हैं या नहीं. ईडी ने सवाल किया कि दफ्तर के वक्त पर भी पूजा सिंघल अस्पताल में होती थीं, ऐसा क्यों होता था. क्या यहीं से वह दफ्तर के कामकाज निपटाती थीं. पूजा सिंघल ने अस्पताल में कितना निवेश किया, यह पैसे कहां से आए, इन सारे पहलुओं पर बारीकी से अभिषेक झा का बयान ईडी व आयकर के अधिकारी ले रहे थे.
आयकर विभाग की कैसे हुई एंट्रीःशुक्रवार को छापेमारी के दौरान सीए के यहां से करोड़ों रुपये मिले थे. ऐसे में ईडी के अधिकारियों ने शनिवार की देर शाम आयकर विभाग को भी नोट बरामदगी के बारे में जानकारी दी थी, ताकि आयकर विभाग के अधिकारी भी कर चोरी के मामले में कार्रवाई कर सकें. भारी मात्रा में नोट की बरामदगी को कर चोरी से भी जोड़कर देखा जा रहा है. ऐसे में ईडी ने आयकर विभाग को जानकारी दी थी. आयकर विभाग की टीम अलग से पूरे मामले में पेनाल्टी लगा सकती है. यही वजह है कि रविवार की पूछताछ में आयकर विभाग के अधिकारी भी शामिल रहे.