झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / city

बोल बम के जयकारों से गुंजायमान पहाड़ी मंदिर, श्रद्धालुओं के लिए ये हैं खास व्यवस्था - Holy Sawan

भगवान भोले शंकर की आराधना का पवित्र माह सावन आज से शुरू हो गया है. 17 जुलाई से शुरू होकर यह पवित्र महीना 15 अगस्‍त को रक्षाबंधन के साथ खत्‍म होगा. सावन माह शुरू होते ही भोले के भक्‍तों का उत्‍साह देखते ही बन रहा है. झारखंड के देवघर, उत्‍तराखंड के हरिद्वार, उत्‍तर प्रदेश में प्रयागराज, काशी और मध्‍य प्रदेश उज्‍जैन, महाराष्‍ट्र के नासिक में देश भर से श्रद्धालु उमड़ पड़े हैं.

बोल बम के जयकारों से गुंजायमान पहाड़ी मंदिर

By

Published : Jul 17, 2019, 10:04 AM IST

रांची: भगवान भोले शंकर की आराधना का पवित्र माह सावन आज से शुरू हो गया है. सावन की शुरुआत के साथ ही बुधवार को रांची के ऐतिहासिक पहाड़ी मंदिर समेत सभी शिवालयों में भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया है. हालांकि पहाड़ी मंदिर में सोमवार को सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ होती है. जिसे ध्यान में रखकर विशेष तैयारियां की गई हैं.

वीडियो में देखें पूरी खबर

सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई को है. ऐसे में ऐतिहासिक पहाड़ी मंदिर में शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. इसे ध्यान में रखते हुए पहाड़ी मंदिर विकास समिति की ओर से विशेष तैयारियां की गई हैं. बुजुर्गों के लिए एलईडी टीवी लगाई गई है, ताकि वह नीचे से ही भगवान शंकर के दर्शन कर सकें.

इसके साथ ही जलाभिषेक के लिए हजारों लोटे की भी व्यवस्था भी की गई है. साथ ही पहाड़ी में लगे प्यूरीफायर को भी ठीक कराया गया है. पहाड़ी मंदिर के मुख्य गेट से ऊपर तक 15 हैलोजन लाइट लगाई गई हैं. श्रद्धालुओं के लिए 3 स्टेप में मेडिकल यूनिट की भी व्यवस्था की गई है.

वहीं, जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मजिस्ट्रेट और अतिरिक्त सुरक्षा बल की तैनाती सावन महीने में की गई है. प्रशासन की ओर से 41 जगहों पर 12 मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारियों के साथ ही 250 से अधिक पुलिस जवानों को तैनात किया गया है. इसमें महिला पुलिस भी शामिल हैं. वहीं, सादे लिबास में भी पुलिस के जवान मंदिर परिसर में पैनी नजर रखेंगे.

वहीं, पहाड़ी मंदिर परिसर में लगे 31 सीसीटीवी कैमरों के जरिए समिति कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से निगरानी रखी जा रही है. पहाड़ी मंदिर के मुख्य पुजारी मनोज पाठक ने इस साल सावन के महत्व को बताते हुए मंदिर की व्यवस्था और पुजारियों की कमी को पूरा करने की जानकारी दी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details