रांची: स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग की ओर से झारखंड एकेडमिक काउंसिल के सभागार में स्कूल ऑफ एक्सीलेंस यानी लीडर स्कूल की स्थापना को लेकर एक विशेष बैठक आयोजित की गई. इस बैठक के दौरान 80 स्कूलों को चयनित कर इससे जुड़े प्रस्ताव राज्य सरकार को भेज दिए गए हैं. 17 फरवरी से इस पर काम भी शुरू हो जाएंगे.
इस बैठक के दौरान लीडर स्कूल से जुड़े शिक्षक और प्रधान अध्यापकों को आमंत्रित किया गया था. इस दौरान इंफ्रास्ट्रक्चर के अलावा स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के संबंध में विशेष जानकारियां शिक्षकों को दी गईं. वहीं, 80 स्कूलों को चयनित कर पहले चरण के तहत लीडर स्कूल बनाने को लेकर एक प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भी भेज दिया गया. स्कूल का कांसेप्ट बताने के उद्देश्य से इस प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया था. इसमें सभी चयनित स्कूलों से 2-2 वरीय शिक्षकों के अलावा प्रधान अध्यापकों ने भी हिस्सा लिया. 25 जिला स्कूल, 24 कस्तूरबा स्कूल, बालिका विद्यालय 24 और बाकी केवीजी स्कूल को चयनित किया गया है.
रांची: जैक सभागार में हुई लीडर स्कूल स्थापना को लेकर उच्च स्तरीय बैठक, राज्य सरकार को भेजा गया 80 स्कूलों का प्रस्ताव
स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग की ओर से झारखंड एकेडमिक काउंसिल के सभागार में स्कूल ऑफ एक्सीलेंस यानी लीडर स्कूल की स्थापना को लेकर एक विशेष बैठक आयोजित की गई. इस बैठक के दौरान लीडर स्कूल से जुड़े शिक्षक और प्रधान अध्यापकों को आमंत्रित किया गया था. इस दौरान इंफ्रास्ट्रक्चर के अलावा स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के संबंध में विशेष जानकारियां शिक्षकों को दी गईं.
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17 फरवरी से इन स्कूलों में सीबीएसई से सम्बद्धता देते हुए प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर इन स्कूलों को संचालित किया जाएगा. राज्य सरकार की ओर से युद्ध स्तर पर लीडर स्कूल को झारखंड में धरातल पर उतारने को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. रांची का जिला स्कूल नंबर वन श्रेणी में है. इस स्कूल में वह तमाम सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जो एक प्राइवेट स्कूल में होती हैं. वहीं, चयनित तमाम स्कूलों को भी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा.