रांची: झारखंड में भले ही विधानसभा चुनाव समाप्त हो गया हो लेकिन अभी भी उपचुनाव का साया बरकरार है. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दो विधानसभा इलाकों से चुनकर असेंबली पहुंचे हैं. इनमें एक दुमका विधानसभा सीट है तो दूसरी बरहेट विधानसभा सीट. बरहेट से सोरेन 2014 में भी विधायक चुने गए थे. 2019 में उन्होंने दुमका सीट से भी लड़ने का मन बनाया और दोनों असेंबली सीटों पर उनकी जीत हुई.
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प्रावधान के अनुसार हेमंत को एक विधानसभा सीट से इस्तीफा देना होगा और एक को अपने पास रखना होगा. जैसे ही यह तस्वीर साफ होगी वैसे ही यह क्लियर हो जाएगा कि प्रदेश की किस विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है.
6 जनवरी को हो सकती है तस्वीर साफ
दरअसल 6 से 8 जनवरी तक विधानसभा का सत्र आहूत किया गया है, जिसमें पहले दिन ही विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी और शोक प्रस्ताव रखा जाएगा. प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी जैसे ही विधायकों के क्षेत्र के नाम के साथ शपथ दिलाएंगे वैसे ही यह तस्वीर साफ हो जाएगी कि सीएम हेमंत सोरेन किस विधानसभा इलाके से विधायक हैं. सूत्रों की माने तो सोरेन विधानसभा सत्र शुरू होने के ठीक पहले भी उस दिन एक विधानसभा सीट से अपना इस्तीफा स्पीकर को सौंप सकते हैं.