रांची: राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में पूरे राज्य से लोग इलाज कराने आते हैं. खासकर ग्रामीण इलाकों के लोगों की संख्या ज्यादा होती है, जिन्हें मेडिकल कॉलेज में तकनीकी चीजों को समझने में काफी समस्यांए होती है जिस कारण उन्हें इलाज कराने में और सही डॉक्टर तक पहुंचने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इसी को लेकर झारखंड आदिवासी विकास समिति की तरफ से सुदूर इलाके से आए अशिक्षित ग्रामीण मरीजों के लिए हेल्प डेस्क की सुविधा की गई है.
हेल्प डेस्क से मिलेगी मरीजो को राहत
झारखंड आदिवासी विकास समिति के अध्यक्ष प्रभाकर नाग बताते हैं कि हेल्प डेस्क के माध्यम से सुदूर इलाके से आए अशिक्षित मरीजों का इलाज के लिए उचित जानकारी दी जायेगी और इसमें बैठे वॉलिंटियर्स, डॉक्टर से इलाज कराने में उनकी मदद करेंगे.
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वहीं आदिवासियों की मदद के लिए हेल्प डेस्क बनने को लेकर रिम्स के निदेशक डॉ डीके सिंह ने बताया कि रिम्स जैसे बड़े अस्पताल में दूरदराज से आए अशिक्षित मरीजों के लिए इलाज कराने के लिए यह हेल्प डेस्क काफी महत्वपूर्ण और उपयोगी साबित होगा. रिम्स अस्पताल में प्रत्येक दिन लगभग पंद्रह सौ मरीजों का इलाज होता है. ऐसे में यह हेल्प डेस्क उनके लिए एक वरदान साबित होगा.