रांची:कोरोना के सेकेंड वेव(Second Wave of Corona) ने जो जख्म दिए हैं उसकी भरपाई कभी नहीं हो सकती है. शायद ही कोई होगा जिसने अपने या किसी पहचान वाले को न खोया हो. सबसे ज्यादा नुकसान ऑक्सीजन की कमी के कारण हुआ. अब इस बहरूपिए वायरस के थर्ड वेव की आशंका जतायी जा रही है. लिहाजा, सबसे ज्यादा ऑक्सीजन व्यवस्था पर फोकस किया जा रहा है. लेकिन स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता(Health Minister Banna Gupta) को यह जानकर हैरानी हुई कि रांची के रिम्स और सदर अस्पताल में पीएसए प्लांट(PSA Plant) तो स्थापित हो चुका है फिर भी वार्ड से ऑक्सीजन पाइप कनेक्ट नहीं हुआ है. जबकि यह बहुत मामूली काम है. इस सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ने ईटीवी भारत को धन्यवाद देते हुए कहा कि अधूरे काम को जल्द ठीक कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार बेहद गंभीर है. यही वजह है कि 50 बेड वाले निजी अस्पतालों को भी ऑक्सीजन सुविधा से लैस होना अनिवार्य कर दिया गया है.
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जब वैक्सीन सीमित है फिर सेंटर पर भीड़ क्यों
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता(Health Minister Banna Gupta) से जब पूछा गया कि जब जुलाई माह में 25 लाख वैक्सीन ही मिलना है, फिर वैक्सीन सेंटर पर लोगों की भीड़ क्यों जुट रही है. कहीं केंद्र सरकार को बदनाम करने के लिए राजनीति तो नहीं हो रही है. इस सवाल का स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सीधे-सीधे जवाब नहीं दिया. कवि अंदाज में कविता सुनाकर केंद्र पर निशाना साध डाला. उन्होंने कहा कि जब जुल्मतें बढ़ जाएं हद तक, तो एक लौ जलाना लाजिम है, जब हाकिम भी गुमराह करे, आवाज उठाना लाजिम है. उन्होंने कहा कि क्या हमें केंद्र पर सवाल उठाने का हक नहीं है? क्यों ऊंट के मुंह में जीरा की तरह वैक्सीन दिया जा रहा है? क्यों कहा कि गया कि झारखंड में 37 प्रतिशत वैक्सीन बर्बाद हुआ है जबकि 4 प्रतिशत ही वेस्टेज था? क्यों झारखंड के माथे पर कलंक पोतने की कोशिश की गई? वैक्सीनेशन की अव्यवस्था से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि केंद्र ने बजट में 35 हजार करोड़ का प्रावधान कर राज्यों को क्यों टीका खरीदने को कहा? यहां टीका को लेकर लोगों में अविश्वास था. लेकिन राज्य सरकार ने लोगों को जागरूक किया. खुद केंद्र सरकार अपनी बातों से मुकरती रहती है.
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