रांचीः झारखंड की राजधानी रांची का एक ऐसा गांव जहां पूरी तरह से गांव को नशा मुक्त कर दिया गया है. ओरमांझी प्रखंड की वनलोटवा गांव पूरी तरह से शराब मुक्त हो गया है. जिले के इस गांव में अब कोई भी शराब नहीं पीता है और गांव को नशा मुक्त करने का संकल्प ग्रामीणों की एकजुटता के कारण संभव हो पाया है, लेकिन दूसरी तरफ राजधानी रांची के हाट बाजार चौक चौराहों पर एक नशीला पेय पदार्थ सरेआम बिकता है और लोग इसे दवाई के रूप में इस्तेमाल करते हैं. जिसे हड़िया के नाम से जाना जाता है. इस पेय पदार्थ का इस्तेमाल करने से जॉन्डिस जैसे खतरनाक बीमारी भी नहीं होती है.
नशा मुक्त बना गांव
ओरमांझी प्रखंड का वनलोटवा गांव नशा मुक्त गांव होने के कारण पूरे झारखंड में मिसाल बन गया है और उसी गांव के बुद्धिजीवी और युवा के दृढ़ संकल्प के कारण यह इलाका पूरी तरह से नशा मुक्त हो गया है. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि 2 साल पहले सामाजिक तौर पर सभी ने बैठक कर गांव में नशा मुक्त बनाने का संकल्प लिया था. जिसके बाद गांव पूरी तरह से नशा मुक्त हो गया है.
गांव का हो रहा विकास
बताया जाता है कि पहले जलगांव नशा की गिरफ्त में था जिसके कारण हर घर में लड़ाई झगड़ा होता रहता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है इस गांव के लोग समझदार हो गए हैं और लोग समझदारी का काम कर रहे हैं. स्थानीय महिलाओं का कहना है कि यह गांव जबसे नशा मुक्त हुआ है तब से यहां अब लड़ाई झगड़ा नहीं होता है और इस गांव का विकास हो रहा है. यह सिर्फ गांव के लोगों के दृढ़ संकल्प के कारण हुआ हैं. जिसके कारण यह गांव एक मिसाल के रूप में उभर कर सामने आया है.