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झारखंड आर्म्ड पुलिस में मां आदिशक्ति को 21 बंदूकों की सलामी देकर की गई कलश स्थापना

झारखंड आर्म्ड पुलिस यानी जैप (Jharkhand Armed Police) में मां दुर्गा की उपासना धूमधाम से हो रही है. नवरात्र के पहले दिन कलश स्थापना की गई. इससे पहले जैप के जवानों ने मां आदिशक्ति दुर्गा को 21 बंदूकों की सलामी दी.

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Published : Oct 7, 2021, 3:46 PM IST

Updated : Oct 7, 2021, 5:52 PM IST

durga puja in jap
बंदूकों की सलामी

रांचीःझारखंड की राजधानी रांची में झारखंड आर्म्ड पुलिस के जवानों की दुर्गा पूजा अनोखी होती है. नक्सलियो से लोहा लेने और वीआईपी सुरक्षा की कमान संभालने वाले गोरखा जवान पूरे नवरात्र मां दुर्गा की भक्ति में डूबे रहते हैं. जैप वन में गोरखा जवानों ने नवरात्र के पहले दिन पूरे विधि विधान से कलश स्थापना कर मां दुर्गा को 21 बंदूकों की सलामी दी. पिछले दो साल की पूजा के दौरान कोविड का प्रकोप बहुत ज्यादा था, जिसके कारण जैप में सादगी के साथ शक्ति की उपासना की गई थी.

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शक्ति के उपासक हैं गोरखा जवान
झारखंड आर्म्ड पुलिसमें नवरात्र के पहले दिन गुरुवार को पूरे विधि-विधान से कलश स्थापना की गई. जैप वन के कमांडेंट अनीश गुप्ता ने कलश स्थापना की. इस मौके पर गोरखा जवानों ने बंदूकों से फायरिंग कर मां दुर्गा मां सलामी दी. इसके बाद अब महासप्तमी और नवमीं के अवसर एक बार फिर फायरिंग कर मां दुर्गा को सलामी दी जाएगी.

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शक्ति के उपासक गोरखा जवानों के द्वारा नवरात्र पूजा का इतिहास काफी पुराना है. साल 1880 से ही यहां पर मां का दरबार सज रहा है. नवरात्र में यहां पिस्टल, यूबीजीएल, रॉकेट लॉन्चर, इंसास, एके-47, एसएलआर, मशीन गन, एलएमजी, मोर्टार, गोला-बारूद और गोलियों की भी पूजा की जाती है. गोरखा जवानों के अनुसार मां हमेशा उनकी रक्षा करती हैं क्योंकि वह पूरे नवरात्र तन मन से मां की भक्ति में लीन रहते हैं.

बंदूकों की सलामी

गोरखा जवानों के हथियारों की पूजा के पीछे ऐसी मान्यता रही है कि गोरखा या नेपाली संस्कृति पुरातन समय से ही शक्ति के उपासक रहे हैं. ऐसे में बलि की प्रथा प्राचीन काल से चली आ रही है और अब ये इनकी संस्कृति का हिस्सा बन गयी है. जवानों के मन में विश्वास है कि शक्ति की देवी मां दुर्गा की पूजा करने से वे हर जगह जवानों की रक्षा करती हैं.

जैप वन में कलश स्थापना

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महानवमी को होगी विशेष पूजा
महानवमी के अवसर पर जैप के जवान मां के चरणों मे 101 बलि देते हैं. इस बटालियन में बलि और हथियारों की पूजा का अपना ही एक खास महत्व होता है. महानवमी के दिन गोरखा जवान अपने हथियार मां दुर्गा के चरणों मे रख कर पूजा करते हैं. हथियारों की पूजा की परंपरा इस बटालियन के गठन के समय से ही चली आ रही है. इनका मानना है कि दुश्मनों से मुकाबले के समय उनके हथियार धोखा ना दें और सटीक चले.

दुर्गा पूजा का पहला दिन
झारखंड आर्म्ड पुलिस के जवान हर समय कानून व्यवस्था की स्थिति को बेहतर बनाए रखने के लिए तत्पर रहते हैं. वे नक्सलियों से लोहा तो लेते ही हैं साथ ही लगभग झारखंड के हर वीआईपी की सुरक्षा का भार भी उन्हीं के ऊपर है.
Last Updated : Oct 7, 2021, 5:52 PM IST

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