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जंगलों और प्राकृतिक संपदा को माफिया से बचाने की जरूरत: द्रौपदी मुर्मू - नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय

राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा आयोजित अक्षय ऊर्जा निवेशकों की बैठक में हिस्सा लिया. राज्यपाल ने भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय को बधाई दी.

Governor Draupadi Murmu
राज्यपाल द्रोपति मुर्मू

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Published : Nov 28, 2020, 2:50 AM IST

Updated : Nov 28, 2020, 2:01 PM IST

रांची: भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा आयोजित अक्षय ऊर्जा निवेशकों की बैठक में झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लिया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि यह कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण विषय पर आयोजित है और इसके लिए भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय को बधाई दी.

कार्यक्रम में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि लगातार बढ़ रही संसाधनों की आवश्यकता कहीं न कहीं पर्यावरण को दूषित कर रहा है. क्योंकि जिस प्रकार से जंगलों में माफियाओं का आधिपत्य बढ़ रहा है इससे प्राकृतिक विपत्ति भी बढ़ रही है. उन्होंने झारखंड के संदर्भ में कहा कि कई बार झारखंड के आदिवासी जंगल को बचाने के लिए माफिया के विरुद्ध ठोस कदम उठाते हैं, लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण जंगल को प्रेम करने वाले लोग माफियाओं को रोकने में सफल नहीं हो पा रहे हैं. उन्होंने झारखंड के एक आदिवासी महिला जमुना टुडू का उदाहरण देते हुए कहा कि माफियाओं के खिलाफ जंगल में मोर्चा संभालने का काम किया, जिसको लेकर उन्हें 2018 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया है.

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उन्होंने राज्य के ऊर्जा और प्राकृतिक संपदा को बचाने और इस पर विशेष ध्यान देने के लिए लोगों से अपील किया कि एक जिम्मेदार नागरिक को हमेशा याद रखना चाहिए कि हमें अपने पूर्वजों से यह धरती विरासत में नहीं मिली है, बल्कि हमने इसे अपने बच्चों से उधार लिये है. इसीलिए हमें यह जिम्मेदारी के साथ यह सोचना चाहिए कि आने वाली पीढ़ियों को यह धरती और प्राकृतिक संपदा अच्छी स्थिति में सौपना है न कि एक प्रदूषित ग्रह के रूप में.

Last Updated : Nov 28, 2020, 2:01 PM IST

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