हजारीबाग: जिले की सड़कों पर शायद ही पहले लॉकडाउन में इतना सन्नाटा देखने को मिला हो. तमाम प्रतिष्ठान बंद हैं और सड़कों पर लोगों की आवाजाही भी नहीं दिख रही है. लोग घरों में खुद को कैद कर लिए हैं.
डरे हैं लोग
हजारीबाग: जिले की सड़कों पर शायद ही पहले लॉकडाउन में इतना सन्नाटा देखने को मिला हो. तमाम प्रतिष्ठान बंद हैं और सड़कों पर लोगों की आवाजाही भी नहीं दिख रही है. लोग घरों में खुद को कैद कर लिए हैं.
डरे हैं लोग
दरअसल, पिछले 3 दिनों में हजारीबाग में 80 से अधिक पॉजिटिव केस आए हैं. कई मोहल्लों को कंटेंनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है. वहां रास्ते को ब्लॉक कर दिए गए हैं. ऐसे में लोग भय के वातावरण में भी जी रहे हैं. जिसके कारण न ही लोग सब्जी लेने आ रहे हैं और न ही सड़कों पर नजर आ रहे हैं. सबसे अधिक लोग चिंतित तब हुए जब 29 पुलिसकर्मी एक साथ संक्रमित पाए गए. ऐसे में अब हजारीबाग शहर में पुलिस की गश्ती भी कम दिख रही है.
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लॉकडाउन का चौथा दिन
हजारीबाग में जिस तरह से 7 दिनों के लॉकडाउन का चौथा दिन है. आने वाले 3 दिनों तक किसी तरह की आवाजाही नगर निगम क्षेत्र में देखने को नहीं मिलेगी. लोग भी अब सतर्क हो रहे हैं और अपनी जिम्मेवारी भी पूरी कर रहे हैं. ताकि कोरोना के चेन को तोड़ा जा सके.