रांचीः पूर्व एमएलसी प्रवीण सिंह ने मंगलवार को भाजपा का दामन थाम लिया है. प्रदेश भाजपा की ओर से आयोजित अभिनंदन समारोह में प्रवीण सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ताला मरांडी, संजय सहाय सहित बड़ी संख्या में जदयू नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की. अभिनंदन समारोह में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी सहित बड़ी संख्या में बीजेपी नेता उपस्थित थे.
ये भी पढ़ें-बीजेपी ने हेमंत सरकार पर निशाना साधाः बदले की भावना से अधिकारियों से कराया जा रहा गैरकानूनी काम
इस अवसर पर पूर्व एमएलसी प्रवीण सिंह ने भाजपा में शामिल होने पर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि 14 वर्षों के बाद वे घर वापस हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि संगठन की शक्ति को वे भली-भांति जानते हैं, यही वजह है कि भाजपा का नाम देश दुनिया में फैला है. इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा.
अभिनंदन समारोह के बहाने सरकार पर साधा निशानाः भाजपा प्रदेश कार्यालय के समीप आयोजित अभिनंदन समारोह में प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार झारखंड को लूटखंड बना रही है, जहां मुख्यमंत्री के साथ-साथ उनके परिवार के लोगों के नाम पर खदान ली गई है. इतना ही नहीं अब तो इस काम में अधिकारी भी शामिल हो गए हैं.
पलामू डीसी ने जिस तरह से अपने संबंधियों के नाम पर माइंस लिया है वह यह प्रमाणित करता है कि झारखंड में कैसा राज काज चल रहा है.भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सरकार के कामकाज पर तंज कसते हुए कहा कि झारखंड की छवि राज्य के बाहर बेहद ही खराब हो चूकी है. राज्य में ना तो कानून व्यवस्था ठीक है और ना ही शासन प्रशासन. अधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं जिसे सारी दुनिया देख रही है.
ताला मरांडी और प्रवीण सिंह रह चुके हैं भाजपा के महत्वपूर्ण पद परः भाजपा में शामिल होनेवाले ताला मरांडी और प्रवीण सिंह पहले भी भाजपा के सदस्य रहे थे. ताला मरांडी बोरियो से विधायक रहे हैं. वे बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. अपने बेटे की नाबालिग लड़की से शादी के मामले के प्रकरण के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था. इसके बाद उन्होंने आजसू के टिकट पर 2019 का विधानसभा चुनाव लड़ा था पर हार गए थे.
प्रवीण सिंह ने बीजेपी से अपनी राजनीति शुरू की थी. वह बीजेपी से ही बिहार विधान परिषद के सदस्य एक बार रहे थे. इसके बाद वे भाजपा छोड़ जेवीएम में शामिल हो गए थे. फिर जदयू का दामन थामा था. यहां उन्हें राष्ट्रीय महासचिव के साथ-साथ झारखंड प्रभारी का दायित्व दिया गया था पर इस पार्टी में अपनी उपेक्षा की बात करते पार्टी छोड़ अब भाजपा में शामिल हो गए हैं.