दौसा. लालसोट पुलिस ने गुरुवार को जितेंद्र गोठवाल को न्यायालय में पेश किया. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए गोठवाल ने कहा कि मेरे धरना स्थल पर पहुंचने से पहले ही आनंद हॉस्पिटल के संचालकों के खिलाफ पुलिस थाने में धारा 302 का मुकदमा दर्ज हो चुका था. उन्हें जबरदस्ती आरोपी बनाया गया है. उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रियंका गांधी को ट्रेन टिकट भिजवाया था, इस लिए कांग्रेस सरकार उनसे बदला ले रही है.
उन्होंने कहा कि उनकी डॉक्टर अर्चना शर्मा के साथ पूरी संवेदना है और दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. उन्हें न्याय मिलना चाहिए, लेकिन उनके लालसोट पहुंचने से पहले ही धारा 302 का मुकदमा दर्ज हो चुका था. जितेंद्र गोठवाल ने कहा कि वे सभी समाज को न्याय दिलाने के लिए हमेशा से लड़ते रहे हैं और आगे भी लड़ते रहूंगें. उन्होंने किसी को नहीं उकसाया और पुलिस के पास उनका कोई भी उकसाने का साक्ष्य है तो वे हमेशा के लिए राजनीति छोड़ देंगे.
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उन्होंने कहा कि पुलिस सरकार के दबाव में काम कर रही है और पुलिस ने उन्हें प्रियंका गांधी को टिकट भेजने की सजा दी है. पूर्व संसदीय सचिव जितेंद्र गोठवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रियंका गांधी से वाहवाही लूटने के लिए उन्हें निशाना बनाया और पुलिस से गिरफ्तार करवाया है.
क्या है मामला?:सोमवार (28 मार्च 2022) को लालसोट स्थित निजी हॉस्पिटल में सिजेरियन डिलीवरी के बाद प्रसूता की मौत हो गई थी. जिसके बाद प्रसूता के परिजनों और स्थानीय नेताओं ने मिलकर अस्पताल प्रशासन के बाहर जमकर हंगामा और प्रदर्शन किया. इसके बाद अस्पताल संचालक दंपती के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवा दिया गया. कथित तौर पर पुलिस कर्मियों की जांच और नेताओं के हंगामे से प्रताड़ित हॉस्पिटल संचालक डॉ अर्चना शर्मा ने मंगलवार को सुसाइड (Dausa Lady Doctor Suicide Row) कर लिया. इस खबर के सामने आने के बाद दौसा सहित प्रदेश के सभी चिकित्सा सेवा से जुड़े लोगों में आक्रोश व्याप्त है. जिसके चलते दौसा जिले के सभी निजी अस्पतालों में कार्यों का बहिष्कार किया गया है सभी चिकित्सा सेवाएं जिले भर में ठप है.