रांची: नए वर्ष का मौका है और इस अवसर पर लोग प्रकृति की गोद में रहकर जश्न मनाना जरूर पसंद करते है.. ऐसे में झारखंड के छोटानागपुर के झरना और चट्टानी नदियों की बात ही कुछ और है. इन्हीं प्राकृतिक छटाओं के बीच है रांची से करीब 34 किलोमीटर दूर दक्षिण पूर्व में कांची नदी पर स्थित दशम फॉल जलप्रपात. करीब 144 फीट की ऊंचाई से गिरती पानी की कल कल आहट को देखना और महसूस करना एक अलग अनुभूति देता है.
नए वर्ष 2020 को लेकर उत्साह का माहौल अभी भी बदस्तूर जारी है. ऐसे में झारखंड की प्रकृति को निहारने के लिए देश-विदेश से लोग पहुंच रहे हैं. इसमें देश के विभिन्न क्षेत्रों के अलावे सात समुंदर पार अमेरिका के सैलानी भी शामिल है. लोग झारखंड की ओर रुख करें भी क्यों न, यहां प्रकृति ने अपनी सुंदरता की हर नक्काशी को उतारा है. जंगलों से घिरे झरनों और चट्टानी नदियों का क्षेत्र अनायास ही मन मोह लेता है. इन्हीं प्राकृतिक छटाओं के बीच स्थित है. दशम फॉल जलप्रपात. मुंडारी में पानी को दाअ और स्वच्छ को सोअ कहते हैं और यहां की पानी शीशे की तरह साफ और स्वच्छ है.
हॉलीडे के दौरान भी गुलजार रहता है ये जलप्रपात
भारत के विभिन्न राज्यों के अलावे देश-विदेश से आए सैलानी भी इस जलप्रपात की खूबसूरती को देखकर प्रशंसा करते नहीं थकते. 2020 नए वर्ष के मौके पर फर्स्ट जनवरी से ही यहां सैलानियों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी. वर्ष के प्रथम सप्ताह के अलावे पूरे जाड़े का मौसम सैलानियों से गुलजार रहेगी यह जलप्रपात. छुट्टियों के दिनों में भी दशम फॉल घूमने पर्यटक जरूर पहुंचते हैं और यहां घंटों दिनभर समय व्यतीत करते हैं.