रांची:आजादी के अमृत महोत्सव में इस बार स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हर घर तिरंगा अभियान (Har Ghar Tiranga Abhiyan) चलाया जाएगा. जिसमें 13 अगस्त से 15 अगस्त तक प्रत्येक देशवासियों से अपने घर पर तिरंगा फहराने की अपील की गई है. इस अभियान को लेकर राजधानी रांची सहित पूरे राज्य में जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं.
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राज्य सरकार की तरफ से भी इस अभियान को सफल बनाने के लिए अपने पदाधिकारियों को महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए गए हैं, जिसे लेकर झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) की परिधान उत्पादन और प्रशिक्षण केंद्र में महिलाएं दिन दोगुना रात चौगुना मेहनत कर राज्य में 80 लाख तिरंगा बनाने के लक्ष्य को पूरा करने में जुटी हुईं हैं. राज्य भर में 16 परिधान उत्पादन सह प्रशिक्षण केंद्र में दो हजार महिलाएं युद्ध स्तर पर झंडा बनाने का काम कर रहीं हैं. महिलाएं सुबह 7:00 बजे से रात 8:00 बजे तक झंडा बना रहीं हैं. रांची के रातू स्थित परिधान उत्पादन सह प्रशिक्षण केंद्र में महिलाओं ने बताया कि अभी तक डेढ़ लाख झंडा बन चुकी हैं. राज्य के सभी केंद्र से दस लाख झंडा बनाने का लक्ष्य है.
झारखंड सरकार जेएसएलपीएस ट्रेनिंग सेंटर से जानकारी देते संवाददाता हितेश कुमार चौधरी
झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी ( Jharkhand State Livelihood Promotion Society) के स्टेट प्रोग्राम मैनेजर नितीश सिन्हा ने बताया कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया है. मुख्य सचिव के आदेशानुसार झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी ने भी इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है. उन्होंने बताया कि जेएसएलपीएस को 10 लाख झंडा बनाने का लक्ष्य दिया है जो 7 अगस्त तक पूरा होने की संभावना है. इसके अलावा पूरे राज्य के सरकारी, गैर सरकारी एवं विभिन्न संस्थानों और घरों में झंडा लगाने के लिए करीब 80 लाख झंडा बनाने हैं. 80 लाख झंडे के लक्ष्य को पूरा करने के लिए कई संस्थानों को भी दिशा निर्देश दिए गए हैं, कि वह अपने कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (CSR) के तहत झंडा का निर्माण करें ताकि 13 से 15 अगस्त तक राज्य के सभी घरों में झंडा फहराया जा सके.
जेएसएलपीएस के रांची केंद्र में झंडा बनाने का काम कर रही बसंती कुमारी बताती हैं कि सभी महिलाएं अन्य काम छोड़कर झंडा बनाने के लक्ष्य पूरा करने में जुटी हुई हैं, साथ ही उन्होंने बताया कि उन्हें गर्व है कि भारत सरकार की इस अभियान का वो हिस्सा बनी हैं देशवासियों के अंदर राष्ट्रभक्ति की भावना जगाने के लिए सभी महिलाएं बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं. झंडे के निर्माण के लिए सखी मंडल की सभी महिलाओं को पहले ट्रेनिंग दी गई. ट्रेनिंग में यह बताया गया कि झंडे की लंबाई और चौड़ाई 16*24 रखने हैं और उसी ट्रेनिंग के बाद महिलाएं युद्ध स्तर पर काम कर रही हैं. वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद कर रही हैं कि उनकी इस पहल से राजधानी की ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को देश भक्ति दिखाने का मौका मिल पाया.
वहीं, बरियातु निवासी गौरी शंकर ने बताया कि हर घर तिरंगा अभियान (Har Ghar Tiranga Abhiyan) में शामिल होने के लिए लोग उत्साहित हैं यह गर्व की बात है कि सभी लोगों को राष्ट्रीयता दिखाने का मौका मिला है. वह अपने घरों में झंडा फहरा सकते हैं. पूरे मामले पर ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम से बात की तो उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इस अभियान में राज्य सरकार कदम से कदम मिलाकर चल रही है. 13 से 15 अगस्त के बीच घर-घर तिरंगा फहराने के लिए विभाग दिन दोगना रात चौगुना मेहनत कर रहा है. क्योंकि राष्ट्र के प्रति राष्ट्रभक्ति जगाना सिर्फ केंद्र का ही नहीं बल्कि राज्य की सरकार की भी जिम्मेदारी है. घर-घर तिरंगा अभियान के माध्यम से प्रत्येक व्यक्ति में राष्ट्रभक्ति की भावना को जगाया जा सकता है जिसको लेकर राज्य सरकार गंभीर और सजग है.
13 अगस्त से 15 अगस्त तक भारत सरकार की पहल पर पूरे देश में हर घर तिरंगा (Har Ghar Tiranga Abhiyan) फहराने की लोगों से अपील की गई है, जिसको लेकर झारखंड कि राज्य सरकार अभियान को सफल बनाने के लिए प्रयासरत दिख रही है.