वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने सदन में 86 हजार 370 करोड़ रुपए का बजट पेश किया. इसमें राजस्व व्यय के लिए 73 हजार 315.94 करोड़ और पूंजीगत व्यय के लिए 13 हजार 054.06 करोड़ रुपए है.
झारखंड बजट 2020-21: स्वास्थ्य क्षेत्र का भी रखा गया ध्यान, एंबुलेंस सेवा विस्तार करने पर जोर - झारखंड का बजट
झारखंड सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में ध्यान देते हुए अपना पिटारा खोला है. सूबे के वित्त मंत्री ने स्वास्थ्य पर ध्यान देते हुए कई घोषणांए की.
स्वास्थय के क्षेत्र में
स्वास्थ्य के क्षेत्र में वित्त मंत्री ने बजट पेश किया
- स्वास्थ्य सेवा के लिए वित्त मंत्री ने बजट पेश किया
- एंबुलेंस सेवा का किया जाएगा विस्तार
- 8 लाख तक के आय के परिवार का मुफ्त इलाज
- 5 लाख तक का मिलेगा स्वास्थ्य बीमा
- राज्य के बीपीएल और एपीएल को स्वास्थ्य बीमा
- बीपीएल परिवारों के अलावा अन्य एपीएल परिवारों को भी आयुष्मान भारत योजना के अनुरूप 5 लाख का स्वास्थ्य बीमा राज्य योजना मद से कराए जाने का प्रस्ताव
- 8 लाख वार्षिक आय तक के सभी परिवारों को देश के प्रसिद्ध चिकित्सा संस्थानों में कैंसर किडनी और गंभीर लीवर रोग के इलाज की सुविधा मुहैया कराई जाएगी और इलाज पर होने वाला पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी.
- आदिवासी बहुल क्षेत्रों ने चिकित्सा सेवा सुनिश्चित कराने के लिए वहां पदस्थापित चिकित्सकों को अतिरिक्त वित्तीय लाभ देने का प्रस्ताव. विशेषज्ञ चिकित्सक को प्रतिमाह ₹40000 और अन्य चिकित्सक को प्रतिमाह ₹25000 वित्तीय लाभ.
- लोहरदगा, गढ़वा, गोड्डा, चतरा कोडरमा बोकारो खूंटी और रामगढ़ ने सरकारी नर्सिंग स्कूल संचालित करने का लक्ष्य.
- पीपीपी मोड पर 10 जिलों में डायलिसिस केंद्र संचालित हैं शेष 14 जिलों में डायलिसिस केंद्र खोले जाएंगे.
- कांके स्थित रिनपास परिसर में टाटा ट्रस्ट के द्वारा कैंसर केयर केंद्र खोला जाना है जिसमें 100 बेड का अस्पताल आगामी वित्तीय वर्ष तक संचालित करने का लक्ष्य.
Last Updated : Mar 3, 2020, 4:30 PM IST