रांचीः राज्य सरकार की तरफ से उन्नत और कम पानी में खेती करने के गुर सीखने गए 24 किसान रविवार को इजराइल से लौटे. रांची पहुंचने के बाद एयरपोर्ट पर कृषि पदाधिकारियों ने किसानों का स्वागत किया. पांच दिवसीय विदेश यात्रा से लौटे किसानों ने इजराइल में सीखे नई तकनीक और तरीके को जान राज्य के किसानों के बीच प्रचार प्रसार करने की बात कही.
किसानों ने सरकार को दिया धन्यवाद
उन्नत और आधुनिक खेती का गुर सीखने रांची से 24 किसानों का दल 15 अक्टूबर को रवाना हुआ था. इससे पहले लगभग 95 किसान तीन चरणों में आधुनिक और उन्नत खेती के गुर इजराइल से सीखकर झारखंड में इसे अपनाने का काम कर रहे हैं. इजराइल से आधुनिक खेती के तरीके सीखकर आए किसानों ने बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर राज्य सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने कम पानी में उन्नत खेती करने के कई उपाय सीखे हैं. ताकि पानी की किल्लत होने के बाद भी झारखंड के किसान भी अपनी फसल का ज्यादा से ज्यादा उपज हासिल कर सके.
इजराइल में डिमांड के आधार पर होती है खेती
इजराइल से लौटे अन्य किसानों ने बताया कि इजराइल में मार्केट की डिमांड के आधार पर खेती की जाती है, ताकि किसानों को ज्यादा से ज्यादा मुनाफा प्राप्त हो लेकिन भारत में हम परंपरागत खेती पर ज्यादा निर्भर रहते हैं. जिस वजह से झारखंड के किसान अपनी आमदनी में ज्यादा मुनाफा नहीं कर पाते हैं. कृषि पदाधिकारी आरपी सिंह ने बताया कि जिस प्रकार पूर्व में गए 3 बैच के किसानों में उत्साह देखा गया था. उसी प्रकार चौथे बैच के किसानों में भी उत्साह देखा जा रहा है और यह अपने क्षेत्र में जाकर किसानों को उन्नत खेती और कम पानी में टपक सिंचाई तकनीक का उपयोग कर राज्य के किसानों के लिए मिसाल बनने का काम करेंगे.