रांची: राजधानी के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में सबसे ज्यादा कोरोना के मरीजों का इलाज हो रहा है. जिस वजह से मरीजों के साथ-साथ परिजनों की भी संख्या सबसे ज्यादा भी रिम्स में देखी जाती है. जिस वजह से परिजनों को भोजन को लेकर आए दिन समस्या देखी जाती है.
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मरीजों के लिए तो रिम्स प्रबंधन की ओर से भोजन का इंतजाम किया जाता है. लेकिन परिजनों के लिए भोजन की कोई व्यवस्था नहीं है. जिस वजह से परिजन भोजन को लेकर बाहर के होटलों के भरोसे रहते हैं. वह भी लॉकडाउन के कारण शाम होते ही बाहर के होटल भी बंद हो जाते हैं. ऐसे में कई बार परिजनों को भोजन भी नहीं मिल पाता.
अस्पताल और रैन बसेरा में बुनियादी सुविधाएं नहीं
परिजनों की माने तो सिर्फ भोजन ही नहीं बल्कि खाने-पीने के अलावा अस्पताल में कई अन्य तरह की परेशानियां भी होती है. हजारीबाग से अपने मरीज का इलाज कराने पहुंचे आर्यन गुप्ता बताते हैं कि मरीज का सेवा करने पहुंचे परिजनों के लिए अस्पताल में किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं है. यहां तक की मरीजों के लिए शौचालय तक की व्यवस्था अच्छी नहीं है.
परिजन की बात करें तो रैन बसेरा में रहकर अपना समय काट रहे हैं. लेकिन रैन बसेरा में भी बुनियादी सुविधा की घोर कमी है. उन्होंने बताया कि दूसरी ओर राज्य में लॉकडाउन भी चल रहा है. जिस वजह से हम परिजनों को बाजार से भी खाना उपलब्ध समय पर नहीं हो पाता है. ऐसे में प्रबंधन को परिजनों के लिए भी भोजन का इंतजाम करना चाहिए.
मरीजों को मिलता है भोजन