रांची: कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया तबाह है. इसके कारण भारत में भी पिछले 2 महीना से लॉकडाउन लगा हुआ था. इस दौरान सबसे ज्यादा किसी को अगर दिक्कत हुई तो वो गरीब रोज कमाने खाने वाले लोगों को हुई. इस दौरान सरकार की तरफ से प्रवासियों को घर पहुंचाया गया, लेकिन कई मजदूर इस लाभ से वंचित रह गए. वो पैदल या अन्य वाहन से घर पहुंचे. वहीं, कानून दाव पेंच और लापरवाही के कारण कई श्रमिक अभी तक अपने घर नहीं लौट पाए हैं. कई लोग ऐसे समय में प्रवासियों के लिए देवता बन उन्हें उनके आशियाने तक पहुंचा रहे हैं. इसी क्रम में ईटीवी भारत ने भी पिछले कई दिनों से भटक रहे एक दिव्यांग को उसके घर जाने में मदद की.
दरअसल, यह व्यक्ति वसंतलाल हैं, जो दिव्यांग हैं. वसंतलाल को पटना रेलवे स्टेशन से गुमराह करके वहां के रेल कर्मचारियों द्वारा ट्रेन में बैठा दिया गया और कहा गया कि यह ट्रेन आपको सीधे धनबाद ले जाएगी, लेकिन यह ट्रेन पहुंची रांची. रांची पहुंचने के बाद वसंतलाल लगातार अधिकारियों से मिन्नते करते रहे, लेकिन किसी ने इनकी नहीं सुनी. नियम और कानून का हवाला देते हुए धनबाद जानेवाली ट्रेन में इन्हें चढ़ने नहीं दिया गया, जिसके बाद वसंतलाल रेलवे स्टेशन के बाहर इस आस में बैठे रहे कि कोई ट्रेन आएगी और उन्हें उनके घर पहुंचाएगी.