रांची: गुमला जिला में तीन विधानसभा सीटें हैं. गुमला, विशुनपुर और सिसई. पिछले दो चुनावों से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है. इस सीट पर बीजेपी और जेएमएम के बीच कांटे की टक्कर होती रही है. साल 2000 के चुनाव के वक्त इस सीट पर बीजेपी के सुदर्शन भगत ने जेएमएम के बेरनार्ड मिंज को हराया था. आज सुदर्शन भगत लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी के सांसद हैं.
2014 में मोदी के नेतृत्व में बनी पहली सरकार में सुदर्शन भगत को कैबिनेट में भी जगह मिली थी, लेकिन 2005 के चुनाव में जेएमएम के भूषण तिर्की की सुदर्शन भगत से कांटे की टक्कर हुई थी. अंतिम राउंड में सिर्फ 869 वोट के लीड के साथ भूषण तिर्की विजयी घोषित किए गये थे. 2009 में बीजेपी ने भूषण तिर्की को रोकने के लिए कमलेश उरांव पर दांव लगाया जो निशाने पर बैठा.
कमलेश उरांव ने भूषण तिर्की को भारी अंतर से शिकस्त दी थी. 2014 में मोदी लहर के बीच बीजेपी ने शिवशंकर उरांव को आजमाया. उनका सामना भी जेएमएम के भूषण तिर्की से ही हुआ, लेकिन नतीजा बीजेपी के पक्ष में गया. खास बात है कि गुमला में हुए पिछले दो चुनावों में कांग्रेस के प्रत्याशी तीसरे स्थान पर रहे. वोटिंग आंकड़े बताते हैं कि अगर इस सीट पर जेएमएम और कांग्रेस ने गठबंधन के तहत प्रत्याशी उतारा होता तो बीजेपी को ये सीट निकालना मुश्किल हो जाता.