रांचीः झारखंड विधानसभा चुनाव के ठीक पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष होने के नाते हेमंत सोरेन ने यह वादा किया था कि उनकी सरकार बनने पर राज्य सरकार के कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम का लाभ मिलेगा. अब राज्य सरकार के वैसे कर्मचारी, जिनकी नियुक्ति 2004 के बाद हुई है और जिन्हें ओल्ड पेंशन स्कीम का लाभ नहीं मिल रहा है. हेमंत सरकार की इस वादाखिलाफी को लेकर सभी कर्मचारी अब आंदोलन की राह पकड़ने वाले हैं. रविवार को नेशनल मूवमेंट्स ऑफ ओल्ड पेंशन स्कीम यानी NMOPS की झारखंड इकाई की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में जोरदार आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की.
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क्या बनी है आंदोलन की रणनीति
NMOPS की झारखंड इकाई की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में आंदोलन को लेकर एकमत फैसला लिया गया. जिसमें 29 दिसंबर से पहले झामुमो का चुनावी घोषणा पत्र और चुनावी पोस्टर का बैच लगाकर सरकारी कर्मचारी 03 दिवसीय विरोध किया जाएगा. वादा पूरा करो सरकार, हमें दो ओल्ड पेंशन का अधिकार का नारा बुलंद करेंगे. इसके अलावा जिला स्तरीय प्रांतीय कमिटी का ग्रुप टीम पुनर्गठन और विस्तार किया जाएगा. इसके साथ ही रांची में जनवरी में जबर्दस्त और आक्रामक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.